Firozabad News: फिरोजाबाद में ढाई साल के मासूम बच्चे की मौत का मामला सामने आया है यह बच्चा पिछले दो दिन से बुखार से पीड़ित था इससे फिरोजाबाद के स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के 100 सैया चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. भर्ती होने के बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई पर जिन्होंने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ पर लापरवाही और इलाज न मिलने का आरोप लगाया है.
फिरोजाबाद स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के 100 सही अस्पताल में बीती रात एक मासूम की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और बच्चे के शव को लेकर मेडिकल कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गए.
डॉक्टरों की लापरवाही से हुई बच्चे की मौतफिरोजाबाद के गंगानगर नगर निवासी गुड्डू ने अपने ढाई साल के मासूम बच्चे कार्तिक को मंगलवार की सुबह बुखार के चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. लेकिन रात करीब 8 बजे तबियत बिगड़ी तो जूनियर डॉक्टर ने सीनियर डॉक्टर के आने के बाद इलाज की बात कह कर टाल दिया. उसके कुछ ही समय बाद मासूम बच्चे की मौत हो गयी. घटना के बाद मृतक के परिजन बच्चे की डेड बॉडी को लेकर अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गये.
परिजनों ने लगाया डॉक्टरों पर आरोपमृतक बच्चे के परिजनों का आरोप है की मेडिकल कॉलेज में बच्चे को उचित उपचार नहीं दिया गया कई बार डॉक्टर को उसकी हालत बिगड़ने की खबर दी गई लेकिन किसी भी चिकित्सक ने उसे देखना मुनासिब नहीं समझा जब भी डॉक्टर के पास परिजन जाते तो वह सीनियर डॉक्टर के आने पर इलाज देने की बात करते रहे.
इसी दौरान बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई बच्चे की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में हंगामा काटा और बच्चे के शव को लेकर गेट पर धरने पर बैठ गए हंगामा की सूचना के बाद वहां पर पहुंची पुलिस ने मृतक बच्चे के परिजनों को समझाया बुझाया और मामला शांत करने के बाद उन्हें घर भेज दिया.
अस्पताल अधीक्षक ने क्या बताया?जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ नवीन जैन से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया की बच्चे को डिहाईड्रेशन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था उसका उचित उपचार किया जा रहा था और बच्चे की हालत में काफी सुधार हुआ था.
उन्होंने आगे बताया देर शाम बच्चे की मां के द्वारा जिंक की टेबलेट उसे बिस्तर पर लेटे हुए दे दी गई जिसके चलते बच्चे की श्वास नली में टैबलेट फंसने के चलते उसकी हालत खराब हो गई डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया लेकिन श्वांस नली में फंसी टैबलेट को निकाला नहीं जा सका जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई.
ढाई साल के मासूम की मेडिकल कॉलेज में मौत, बच्चे के शव को लेकर आक्रोशित परिजन धरने पर
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