Delhi Drugs Racket: दिल्ली पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने इंटर स्टेट नारको सिंडिकेट के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल को इस कार्रवाई में करीब 348 किलो हाई क्वालिटी का गांजा मिला है. जिसकी कीमत करीब 1.75 करोड रुपयेबताया जा रहा है.
दिल्ली पुलिस की मुताबिक यह गांजा तरबूज से लदे एक ट्रक में छुपाकर दिल्ली एनसीआर और यूपी के विभिन्न इलाकों में सप्लाई की जा रही थी. वहीं दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले में दो कुख्यात ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली पुलिस को मिली थी अहम जानकारी
दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ ड्रग्स तस्कर दिल्ली में बड़े स्तर पर गंजे की तस्करी करने वाले हैं. हालांकि दिल्ली पुलिस ने सूचना मिलने के बाद एक प्लान बनाया. दिल्ली पुलिस को यह सूचना मिली थी कि एक ट्रक सोनिया विहार इलाके से गुजरने वाला है. दिल्ली पुलिस को पता चला था कि ट्रक हैदराबाद से दिल्ली की ओर आ रहा है.
दिल्ली पुलिस की टीम ने टोल प्लाजा पर CCTV की फुटेज और आरोपियों के मोबाइल नंबरों के सर्विलांस द्वारा ट्रक के मूवमेंट पर नजर रखी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 21 मई की रात करीब दो बजे सोनिया विहार के इलाके में ट्रक को रोक लिया.
तरबूज के नीचे आरोपियों ने छुपाया था नशे का ज़खीरा
दिल्ली पुलिस की टीम को ट्रक की तलाशी के दौरान ट्रक के ऊपर तरबूज लगे दिखे. लेकिन जब दिल्ली पुलिस की टीम ने तरबूजों को हटाया तो उसके नीचे 17 प्लास्टिक के बैग मिले जिन में हरे रंग का पत्तेदार पदार्थ भरा हुआ मिला. दिल्ली पुलिस की एफएसएल क्राइम टीम ने मौके पर पहुंचकर फील्ड टेस्टिंग किट से यह पुष्टि की कि जो नशील नशीला पदार्थ मिला है वो हाई क्वालिटी का गांजा है,जो करीब 348 किलो है. जिसे दिल्ली पुलिस की टीम में मौके पर ही सील कर दिया. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर लिया है.
गिरफ्तार तस्कर के बारे में दिल्ली पुलिस ने दी जानकारी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों की पहचान इंतजार मलिक और रिजवान के रूप में हुई है. यह दोनों तस्कर यूपी के गाजियाबाद के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक इंतजार मलिक एक कुख्यात तस्कर है. जो पिछले चार से पांच साल से गांजा तस्करी में लिप्त हैं.
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