आजकल सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं, जिनमें बताया गया है कि एक महिला पार्लर में थ्रेडिंग कराने गई थी लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसे थकान, मतली और आंखों में पीलापन जैसे दिक्कतें होने लगी. जांच के बाद सामने आया कि उस महिला का लिवर फेल हो रहा है. इसकी वजह कोई दवा या शराब नहीं बल्कि पार्लर में हुई थ्रेडिंग थी. इस वीडियो को देखकर कई लोगों के सवाल उठ रहे हैं कि क्या थ्रेडिंग से लिवर फेल जैसे समस्याएं हो सकती है? ऐसे में चलिए आज हम आपको बताएंगे कि क्या सच में थ्रेडिंग के दौरान की गई लापरवाही से आपको भी गंभीर समस्याएं हो सकती है?
गंदे थ्रेड और इक्विपमेंट बन सकते हैं संक्रमण का कारण
थ्रेडिंग आमतौर पर एक सुरक्षित और सामान्य प्रक्रिया मानी जाती है, लेकिन अगर इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले धागे और अन्य इक्विपमेंट साफ ना हों तो इससे स्किन पर छोटे-छोटे कट हो सकते हैं. इन्हीं कट के जरिए अगर वायरस शरीर में प्रवेश कर जाए तो यह संक्रमण फैल सकता है. खासकर हेपेटाइटिस बी और सी जैसे वायरस संक्रमित खून के जरिए फैल सकते हैं.
हेपेटाइटिस का असर धीरे-धीरे पहुंचता है लिवर तक
अगर थ्रेडिंग के दौरान हुए संक्रमण का समय पर इलाज न हो तो यह धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है. लंबे समय तक बिना इलाज के लिए संक्रमण सिरोसिस या लिवर फेलियर तक की स्थिति पैदा कर सकता है.
थ्रेडिंग करवाने से पहले बरतें सावधानियां
इस तरह की बीमारी और संक्रमण से बचने के लिए थ्रेडिंग हमेशा ऐसे पार्लर में ही कराएं जहां साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है. उस पार्लर में नया और डिस्पोजेबल धागा इस्तेमाल किया जाए, थ्रेडिंग से पहले और बाद में स्किन को अच्छी तरह सेनीटाइज किया जाए और ब्यूटी थैरेपिस्ट के हाथ साफ हो. अगर स्किन पर पहले से कोई कट दाने या इंफेक्शन है तो ट्रेडिंग कराने से बचें.
खूबसूरती के चक्कर में लापरवाही न करें
जो लोग नियमित रूप से थ्रेडिंग करवाते हैं उन्हें यह समझना जरूरी है कि थोड़ी सी असावधानी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है. इसलिए साफ सुथरे पार्लर का चयन करें और हाइजीन से कोई समझौता न करें. ताकि एक सामान्य सी ब्यूटी प्रक्रिया आपकी सेहत पर भारी न पड़ जाए.
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थ्रेडिंग कराने से पहले पढ़िए ये खबर, कहीं आपकी लापरवाही न बन जाए गंभीर बीमारी की वजह
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