चरखी दादरी जिले के गांव मिसरी निवासी बीएसएफ के जवान का ड्यूटी के दौरान गुजरात में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव लाया गया जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बीएसएफ की टुकडी ने दी सलामी
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 56 वर्षीय वेदपाल साल 1989 में बीएसएफ में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। वर्तमान में हेड कॉन्स्टेबल वेदपाल बीएसएफ बटालियन अहमदाबाद में तैनात थे। ग्रामीणों मिली जानकारी के अनुसार अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। मंगलवार को उनके पैतृक गांव में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे शशांक ने उन्हें मुखाग्नि दी। बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मेवासिंह की अगुआई में दिल्ली से पहुंची बीएसएफ की टुकड़ी ने उन्हें सलामी देकर अंतिम विदाई दी। उनके अंतिम संस्कार के समय बौंद कलां एसएचओ सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे जिन्होंने नम आखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। रेवाड़ी रहता है परिवार
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार वेदपाल की शादी गीता से हुई थी जो गृहिणी है। उनके दो बच्चे हैं बेटा शशांक व बेटी शालू। बेटी शादीशुदा है जबकि बेटा अविवाहित है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते करीब दस सालों से उनका परिवार रेवाड़ी में रह रहा है। बॉर्डर पर थे तैनात
वेदपाल के दामाद विकास ने बताया कि वे गुजरात में बॉर्डर पर तैनात थे। रविवार को ड्यूटी के दौरान हार्ट फेल होने के कारण उनका निधन हो गया। बाद में उनके शव को गांव मिसरी लाया गया जहां आज अंतिम संस्कार किया गया है।
दादरी का बीएसएफ जवान गुजरात में बॉर्डर पर शहीद:गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार, दो बच्चों का था पिता
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