चरखी-दादरी स्थित नागरिक अस्पताल में मंगलवार को परिवार नियोजन ऑप्रेशन के लिए पहुंची महिलाओं को ऑप्रेशन से मना कर दिया गया। जिसके बाद महिलाएं भड़क गई और ओटी के सामने ही आशा वर्कर के साथ हंगामा किया। महिलाओं ने कहा कि पर्ची काटकर दो घंटे इंतजार करवाया और बाद में सर्जन ना होने का हवाला देकर मना कर दिया। ओटी के बाहर हंगामा बता दे कि चरखी दादरी सिविल अस्पताल में परिवार नियोजन के लिए मंगवार व वीरवार को ऑप्रेशन किए जाते हैं। उसी के तहत मंगलवार को 41 महिलाएं ऑप्रेशन के लिए पहुंची थी। जिनकी पर्ची भी काट दी गई थी। लेकिन करीब दो घंटे तक वे ओटी के बाहर इंतजार करती रही। इस दौरान ऑप्रेशन ना होता देख 5 महिलाएं किसी निजी अस्पताल या दूसरे जिले के सरकारी अस्पताल चली गई जबकि 36 महिलाएं वहीं डटी रही। बाद में जब सर्जन नहीं होने का हवाला देकर उनको ऑप्रेशन से मना किया तो महिलाओं ने ओटी के बाहर ही रोष जताया शुरू कर दिया और संबंधित अधिकारियों से मिलकर समस्या रखी। हर बार समस्या का सामना करना पड़ता
महिलाओं के साथ पहुंची आशा वर्कर्स ने कहा कि वे सरकारी अस्पताल में ऑप्रेशन करवाने के लिए मोटिवेट कर महिलाओं को लेकर आती है। लेकिन यहां पर हर बार परेशानियां उठाती पड़ती है जिससे उन्हें भला-बुरा सुनना पड़ता है।
आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा
सिविल अस्पताल पहुंची आशा वर्कर्स यूनियन प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश भैरवी ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए यदि प्राइवेट अस्पताल में ऑप्रेशन करवाया जाता है तो कम से कम 10 हजार रुपए खर्चा आता है। आज 36 महिलाएं पहुंची हैं ऐसे में इन महिलाओं से तीन लाख से अधिक रुपए लिए जाएंगे जबकि सरकार ने सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं दे रखी है जिनका लाभ जनता को मिलना चाहिए।
दूसरे जिलो में प्रतिदिन हो रहे ऑप्रेशन
कमलेश भैरवी ने कहा कि चरखी दादरी जिले में सप्ताह में केवल दो दिन मंगलवार और वीरवार को ही ऑप्रेशन किए जाते हैं जबकि दूसरे जिलों में प्रतिदिन ये सुविधा मिलती है। उन्होंने मांग की है कि प्रतिदिन ऑप्रेशन किए जाए ताकि अधिक भीड़ ना हो और महिलाओं को समस्या का सामना ना करना पड़े। इसके अलावा उन्होंने गोपी, झोझू और बौंद सीएचसी में भी कैंप लगाकर ऑप्रेशन की मांग की है।
दादरी सिविल अस्पताल में ओटी के सामने महिलाओं का हंगामा:पर्ची काटकर कहा सर्जन नहीं, भड़की महिलाएं बोली ऑप्रेशन करवाकर ही जाएंगी
8