दिल्ली की भयंकर गर्मी में लू से बचने के लिए करें ये काम, नहीं तो हो सकता है खतरनाक

by Carbonmedia
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देश के कई राज्यों में गर्मी अपने चरम पर है और राजधानी दिल्ली भी इससे अछूती नहीं है. यहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है. ऐसे में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू (हीटवेव) का रेड अलर्ट जारी किया है. दरअसल, भीषण गर्मी की वजह से लू लगने के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में जान लीजिए कि दिल्ली की इस तपती गर्मी में लू से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें?
लू क्या है और यह क्यों खतरनाक?
लू को हीट स्ट्रोक या सन स्ट्रोक भी कहते हैं. यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104 डिग्री फारेनहाइट) से ज्यादा हो जाता है. ऐसा तब होता है, जब शरीर बाहरी गर्मी को सहन नहीं कर पाता और उसका तापमान कंट्रोल करने का सिस्टम फेल हो जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लू के कारण डिहाइड्रेशन, मल्टी-ऑर्गन डिसफंक्शन और गंभीर मामलों में मौत तक हो सकती है. बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से बीमार लोग लू की चपेट में जल्दी आते हैं.
दिल्ली में ज्यादा क्यों लगती है गर्मी?
कई रिसर्च में सामने आया है कि दिल्ली जैसे शहरी क्षेत्रों में ‘हीट आइलैंड इफेक्ट’ के कारण लू का असर ज्यादा बढ़ जाता है. दरअसल, यहां कंक्रीट के जंगल, वाहनों का उत्सर्जन, और हरियाली की कमी तापमान ज्यादा बढ़ा देती है.
ऐसे होते हैं लू लगने के लक्षण

शरीर का तापमान 104°F (40°C) से ज्यादा होना.
त्वचा का लाल, गर्म, और सूखा होना. पसीना आना बंद हो जाना.
सिरदर्द और चक्कर, गंभीर मामलों में बेहोशी की भी दिक्कत.
जी मिचलाना और उल्टी, पेट में ऐंठन की परेशानी.
तेज नाड़ी चलना और सांस लेने में तकलीफ के साथ-साथ शरीर का ऑक्सीजन बैलेंस बिगड़ना.
डिहाइड्रेशन के कारण मांसपेशियों में ऐंठन.

इन तरीकों से लू से कर सकते हैं बचाव

शरीर को हाइड्रेटेड रखें: दिन में कम से कम तीन-चार लीटर पानी पिएं. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हर 30 मिनट में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें. इसके अलावा ओआरएस, नींबू पानी, नारियल पानी या सत्तू का शरबत पीकर इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी पूरी कर सकते हैं.
धूप से बचाव: अगर जरूरी काम नहीं है तो सुबह 11 से शाम 4 बजे तक घर में रहें. इस दौरान लू का खतरा सबसे ज्यादा होता है. अगर काम बेहद जरूरी है तो छाता, टोपी, या सूती स्कार्फ इस्तेमाल करके ही बाहर निकलें.
डाइट में बदलाव: दही, छाछ, लस्सी, खीरा, तरबूज और पुदीना जैसी चीजों का सेवन करें. इससे शरीर में ठंडक रहती है और लू से बचाव हता है. वहीं, कच्चे आम का पना इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करता है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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