दिल्ली की एक महिला से 12.85 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में पश्चिमी दिल्ली की साइबर पुलिस ने एक ऐसे साइबर ठग को गिरफ्तार करने में कमायाबी पाई है, जो क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट पर मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था.
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान, रुगवेद अश्विन डेंगले (उम्र 25 साल) के रूप में हुई है. यह महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाला है. इसके कब्जे से पुलिस ने 4 मोबाइल फोन, 14 ATM कार्ड, 15 चेकबुक, 6 पासबुक और 3.45 लाख रुपये कैश बरामद किया है.
आर्थिक तंगी ने बना दिया साइबर अपराधी
पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, रुगवेद अश्विन डेंगले ने BSC करने के बाद लोकल मूवी प्रोडक्शन का काम शुरू किया था. लेकिन इसमें उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा था. इस कारण उसे काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा.
बस यहीं से उसके कदम अपराध के रास्ते पर चल पड़े. वह टेलीग्राम एप के माध्यम से एक अंजान शख्स के सम्पर्क में आया, जिसके बाद वह इस साइबर ठगी के गोरखधंधे में शामिल हो गया.
महिला से 12 लाख की साइबर ठगी
DCP विचित्र वीर ने बताया कि, 20 मई 2025 को पश्चिम जिले की साइबर पुलिस को एक महिला शिकायतकर्ता ने साइबर ठगी की शिकायत दी थी. पीड़ित महिला ने बताया कि, किसी ने खुद को फाइनेंशियल एडवाइजर बताकर टेलीग्राम के जरिए उनसे संपर्क किया था.
उसने क्रिप्टो करेंसी में निवेश पर मोटा मुनाफा दिलाने का दावा उनसे किया. उसके बहकावे में आकर महिला ने 29 ट्रांजेक्शन में कुल 12.85 लाख रुपये आरोपी द्वारा बताए गए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किया था. लेकिन उंसके बाद उसे न तो उन्हें कोई मुनाफा मिला और न ही पैसा वापस मिले.
कई खातों में घुमाई गई ठगी की रकम
इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत साइबर सेल पुलिस को दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए, ACP ऑपरेशन की देखरेख और SHO विकास कुमार बुलडाक की निगरानी में एक टीम का गठन किया गया.
ठगी की रकम का पता लगाना पुलिस के लिए एक बड़ी चेतावनी साबित हो रही थी, क्योंकि रकम को बडी ही चतुराई से कई खातों में ट्रांसफर कर उसे निकाला गया था. लेकिन पुलिस टीम ने हार नहीं मानी और आखिरकार पुलिस के हाथ एक अहम सुराग लग गया.
पुलिस ने पुणे में की छापेमारी
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिन खातों में पैसे भेजे गए, उनमें से एक बैंक खाता जो कि पुणे के था उससे एटीएम के माध्यम से रकम की निकासी की जा रही थी. बस इसी जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने पुणे में छापेमारी की और आरोपी रुगवेद डेंगले को दबोच लिया.
उंसके पास से 4 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 15 चेकबुक, 6 पासबुक और 3.45 लाख रुपये कैश बरामद किये गए. पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि, वह टेलीग्राम के जरिए एक अनजान व्यक्ति के संपर्क में आया था, जिसके बाद वह इस साइबर ठगी के धंधे में शामिल हो गया.
ठगी की रकम को डॉलर में बदला
वह म्युल एकाउंट की व्यवस्था करता था, जिंसमें वह ठगी की रकम को प्राप्त करने के बाद उसे यूएस डॉलर में कन्वर्ट कर अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करने के बाद एटीएम से निकाल लेता था. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
दिल्ली की महिला से 12 लाख से ज्यादा की ठगी करने वाला गिरफ्तार, धोखाधड़ी का पर्दाफाश
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