दिल्ली में आतंकवादी हमलों से निपटने की तैयारी के तहत नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) ने एक बड़ी मॉक ड्रिल का आयोजन किया. यह अभ्यास राजधानी के प्रसिद्ध पांच सितारा होटल The Claridges (जनपथ) में किया गया. मॉक ड्रिल के दौरान एक काल्पनिक बम धमाके की सूचना के आधार पर NSG, दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल की टीमें तुरंत होटल पहुंचीं और पूरा ऑपरेशन शुरू हुआ.
इस ड्रिल की खास बात थी हवाई अभ्यास, जिसमें एक चॉपर (हेलीकॉप्टर) के जरिए NSG कमांडोज़ को होटल की छत पर पहुंचाया गया. चॉपर ने छत पर लैंड नहीं किया बल्कि हवा में रहते हुए ही कमांडोज़ ने रस्सियों के सहारे नीचे उतरकर होटल के अंदर प्रवेश किया. यह अभ्यास दिखाता है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए किस स्तर की तैयारी कर रही हैं.
मॉक ड्रिल के दौरान क्या-क्या किया गया ?ड्रिल का उद्देश्य केवल कार्रवाई दिखाना नहीं था, बल्कि घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने, इलाके को खाली कराने, संदिग्धों की पहचान और तलाशी जैसे महत्वपूर्ण अभ्यास भी किए गए. इसका मुख्य मकसद यह था कि किसी वास्तविक आतंकी हमले की स्थिति में सभी एजेंसियों के बीच तालमेल बना रहे और रिस्पॉन्स टाइम यानी प्रतिक्रिया देने में कोई देरी न हो.
दिल्ली में कहां-कहां हुआ आयोजन ?सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि दिल्ली जैसे बड़े और भीड़भाड़ वाले शहर में आतंकवादी खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इसलिए ऐसी ड्रिल्स समय-समय पर कराना जरूरी है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में अफरा-तफरी न हो और सुरक्षा एजेंसियां कुशलता से काम कर सकें.
यह मॉक ड्रिल दिल्ली के 10 अलग-अलग इलाकों में आयोजित की जा रही है और यह अभियान 18 जुलाई 2025 तक चलेगा. 17 जुलाई की सुबह ये मॉक ड्रिल कश्मीरी गेट पर, शाम को The Claridges होटल में और रात करीब 9 बजे हिंदू कॉलेज में की गई.
इस अभ्यास के दौरान आम जनता से भी सहयोग की अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और अगर कहीं सुरक्षा एजेंसियां अभ्यास कर रही हों तो वहां बाधा न बनें. यह ड्रिल दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में एक जरूरी कदम है.
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