दिल्ली के बारापुला मद्रासी कैंप में गरजा बुलडोजर, AAP नेता सौरभ भारद्वाज बोले- ‘हजारों लोगों के सर से…’

by Carbonmedia
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Saurabh Bharadwaj On Demolition Drive: दिल्ली के जंगपुरा में बारापुला नाले के किनारे स्थित झुग्गी बस्ती मद्रासी कैंप में रविवार (01 जून) को बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ अभियान चलाया गया है. कई झुग्गियों को हटा दिया गया है. इसे लेकर दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ऐतराज जताते हुए प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मसले को लेकर रेखा गुप्ता सरकार को घेरा.


’आप’ नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”कल दिल्ली की मुख्यमंत्री ने बोला कि किसी झुग्गी बस्ती को तोड़ा नहीं जाएगा, आज ही बारपुला मद्रासी कैंप को बुलडोज़रों ने उजाड़ दिया. हजारों लोगों के सर से छत छीन ली.”



कल दिल्ली की मुख्यमंत्री ने बोला कि किसी झुग्गी बस्ती को तोड़ा नहीं जाएगा , आज ही बारपुल्ला मद्रासी कैम्प को बुलडोज़रों ने उजाड़ दिया।हज़ारों लोगों के सर से छत छीन ली ।

Hon’ble CM @mkstalin must expose how BJP treats people of Tamil Nadu in national capital. pic.twitter.com/s9sWqblJoD


— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) June 1, 2025




दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश के बाद कार्रवाई


न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक यह कार्रवाई नाले की सफाई और जीर्णोद्धार के लिए क्षेत्र को खाली करने के दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश के बाद की गई. अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस की भारी तैनाती के बीच शुरू हुए इस अभियान का लक्ष्य 300 से अधिक झुग्गियों को हटाना है. इलाके के निवासियों ने अपर्याप्त पुनर्वास के बारे में चिंता जताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जबकि कुछ परिवारों को नरेला में वैकल्पिक आवास की पेशकश की गई है.


झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को नरेला में फ्लैट की पेशकश


साइट पर स्थित 370 झुग्गियों में से, 215 परिवारों को प्रधानमंत्री की ‘जहां झुग्गी वहां मकान’ पुनर्वास योजना के तहत पुनर्वास के लिए पात्र के रूप में पहचाना गया है और उन्हें नरेला में फ्लैट की पेशकश की गई है. शुरुआत में, पुनर्वास योजना में केवल 189 परिवारों को शामिल किया गया था. हालांकि, एक संशोधित सूची में 26 और परिवारों को जोड़ा गया. 


कब बना था मद्रासी कैंप?


मद्रासी कैंप, जिसे 1968 और 1970 के बीच स्थापित किया गया था. इसे 16 किलोमीटर लंबे बारापुला नाले से जुड़ी एक जीर्णोद्धार परियोजना के लिए साफ किया जा रहा है. यह एक मुगलकालीन संरचना है जिसके लगभग 400 साल पुराने होने का अनुमान है.


 

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