Delhi News: सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की आईपी एस्टेट पुलिस थाने की एक विशेष टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चोरी के महंगे मोबाइल फोन रिसीवर गैंग के दो प्रमुख रिसीवरों को गिरफ्तार किया है. टीम ने छापेमारी के दौरान एक महिला को करोल बाग स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया, जबकि उसका साथी हिमाचल प्रदेश से पकड़ा गया, जो नेपाल भागने की फिराक में था.
दोनों के कब्जे से चोरी किया गया एक एप्पल आईफोन 15 और 44 अन्य हाई-एंड मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनमें 43 एप्पल आईफोन और 1 सैमसंग फोल्ड शामिल हैं.
डीसीपी निधिन वालसान के मुताबिक, 24 जून 2025 को आईपी एस्टेट थाने में एक आईफोन 15 की स्नैचिंग की घटना की शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस मामले की जांच के लिए एसीपी सुलेखा जागरवार की देखरेख और एसएचओ राजीव वत्स के नेतृत्व में एसआई अमित यादव, हेड कॉन्स्टेबल अविनाश, कॉन्स्टेबल विकास और महिला कांस्टेबल किरण की विशेष टीम का गठन किया गया था.
तकनीकी जांच की पुलिस पहुंची करोल बाग में नवदीप के घर तकटीम को इस मामले में तकनीकी जांच में मोबाइल की लोकेशन करोल बाग के पास में होने का पता चला. 26 जून को इस लोकेशन पर छापेमारी की गई, जहां से मुख्य महिला आरोपी नवदीप कौर को गिरफ्तार किया गया और चोरी का मोबाइल फोन बरामद हुआ.
छापेमारी में चोरी का सिर्फ एक आईफोन नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर चोरी के 44 अन्य महंगे मोबाइल फोन जिनमें 43 आईफोन और एक सैमसंग फोल्ड शामिल है के अलावा कई मोबाइल फोन के पुर्जे बरामद बरामद किए गए.
हिमाचल से पकड़ा गया रामदीपनवदीप की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब पूछताछ की, तो संजीव और रामदीप का नाम सामने आया. तकनीकी निगरानी के जरिए उसे हिमाचल प्रदेश के नाहन से पकड़ा गया, जहां से वह नेपाल भागने की फिराक में था. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि एक अज्ञात महिला करोल बाग में उन्हें चोरी के मोबाइल फोन उपलब्ध कराती थी, जिन्हें ये लोग खोलकर पार्ट में करके बेचते थे.
रमनदीप भंगू पहले भी पंजाब के भटिंडा में एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है, जिसमें 70 से अधिक चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए थे. उस मामले में भी उसका काम करने का तरीका यही था. वह चोरी के फोन खरीदकर उसे डिस्मेंटल करता था और फिर उसे पार्ट में बेच देता था.
कम कमाई ने बनाया अपराधी, मोबाइल रिपेयरिंग से गिरोह तक का सफरपूछताछ में पुलिस को पता चला कि, 26 वर्षीय नवदीप कौर, जो कि बीएससी. ग्रेजुएट है, और उसका साथी रामदीप भंगू, जो 12वीं पास है, दोनों बेहतर जीवन की तलाश में दिल्ली आए थे. पहले इन्होंने मोबाइल रिपेयरिंग का छोटा काम शुरू किया, लेकिन कम इनकम से परेशान होकर चोरी के मोबाइल खरीदने और उनके पुर्जे बेचने के अवैध धंधे में उतर गए. बरामद मोबाइल में से अब तक 11 मोबाइल दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज मोबाइल चोरी-स्नैचिंग के मामलों से कनेक्ट हुए हैं.
सप्लायर महिला और संजीव कुमार की तलाश में पुलिसरमनदीप और नवदीप के इस नेटवर्क का एक और अहम सदस्य संजीव कुमार अब भी फरार है. साथ ही, जो महिला उन्हें चोरी के फोन उपलब्ध कराती थी, उसकी भी पहचान की जा रही है. पुलिस लगातार दबिश देकर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है.
दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, चोरी के iPhone गैंग का पर्दाफाश, 45 मोबाइल बरामद
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