दिल्ली-NCR में पुरानी ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने मिलकर कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लेकर हाथ मिलाया है. इसका मकसद राजधानी और आसपास के इलाकों में कनेक्टिविटी में सुधार करना और ट्रैफिक जाम कम करना है.
यह नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) दिल्ली से गुजरने वाले 6 बड़े रोड प्रोजेक्ट पर काम करेगी, जिनकी कुल लंबाई 128 किलोमीटर होगी. इसमें 23,850 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इनमें द्वारका ई-वे से वसंत कुंज तक की सड़क भी शामिल है, जो लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी.
NH-44 और NH-48 जैसे व्यस्त राजमार्गों पर भीड़ कम
इस रूट पर अक्सर जाम लगता है, लेकिन इस सड़क के बन जाने से सफर आसान और तेज हो जाएगा. ये सड़कें दिल्ली से गुजरने वाले लंबी दूरी के ट्रैफिक को डायवर्ट करेंगी और NH-44 और NH-48 जैसे व्यस्त राजमार्गों पर भीड़ कम करेंगी. इससे दिल्ली और आसपास के राज्यों के बीच कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी.
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, सड़क निर्माण का काम NHAI देख रही है, दिल्ली सरकार जमीन अधिग्रहण और अन्य रुकावटों को दूर करने में मदद कर रही है. साथ ही, निर्माण के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने और लोगों को होने वाली परेशानी को कम करने के लिए मार्ग परिवर्तनों में भी सहयोग किया जाएगा.
निर्माण स्थलों के आसपास सुरक्षा और साफ-सफाई सुनिश्चित
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निर्माण स्थलों के आसपास सुरक्षा और साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और नगर निगम एजेंसियों के साथ तालमेल भी किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली सरकार इन परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि काम समय पर पूरा हो.
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच तालमेल से काम की गति बढ़ेगी, देरी कम होगी और राजधानी में सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद मिलेगी.
द्वारका एक्सप्रेसवे से नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किमी लंबी सुरंग
इस पहल में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (NE-5) काउइ KMPE से UER-II तक विस्तार, गाजियाबाद और फरीदाबाद होते हुए नोएडा को जोड़ने वाला UER-II का पूर्वी विस्तार और द्वारका एक्सप्रेसवे से वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किलोमीटर लंबी सड़क सुरंग का निर्माण शामिल है.
एक बड़ी परियोजना है द्वारका एक्सप्रेसवे से नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग का निर्माण. 3,500 करोड़ रुपये की लागत वाली यह सुरंग द्वारका/गुड़गांव से दक्षिणी दिल्ली के बीच सीधा, सिग्नल-फ्री मार्ग बनाएगी, जिससे धौला कुआं और राव तुला राम मार्ग जैसे व्यस्त रास्तों पर ट्रैफिक का दबाव घटेगा.
अधिकारियों को मिलकर काम करने के निर्देश
इसके अलावा, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इन सभी परियोजनाओं का विस्तृत खाका दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ साझा किया है. उन्होंने अधिकारियों को मिलकर काम करने और राजधानी में ट्रैफिक कम करने के लिए तेजी से कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
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