राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से यमुना रौद्र रूप लेती नजर आ रही है. ओल्ड रेलवे ब्रिज के पास आज सुबह यमुना का जलस्तर 204.79 मीटर तक पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान से ऊपर है. इससे न केवल प्रशासन की चिंता बढ गयी है, बल्कि यमुना किनारे बसे हजारों लोगों की नींद भी उड़ गयी है.
आज हरियाणा के स्थित हथिनी कुंड बैराज से 36,409 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और यह सिलसिला रुक-रुक कर जारी है. इस जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पिछले कुछ घंटों में हरियाणा से प्रति घंटे 36,000 से 41,000 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा जा रहा है. इसका प्रमुख कारण उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश है, जिससे यमुना के जलग्रहण क्षेत्र में जल का प्रवाह बहुत तेजी से बढ़ा है.
प्रशासन ने लोगों से की सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील
दिल्ली में यमुना का पानी जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, वह स्थिति को और गंभीर बना रहा है. इस पर प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है. प्रभावित क्षेत्रों में अनाउंसमेंट करके लोगों को बताया जा रहा है कि, वे सुरक्षित स्थानों की ओर चले जाएं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील के साथ यह भी कहा जा रहा है कि, वे अपने कीमती और जरूरी सामानों एवं दस्तावेजों को भी साथ ले जाएं.
इन इलाकों के लोगों को सबसे अधिक खतरा
यमुना किनारे बसे निचले इलाकों, जैसे यमुना बाजार, मजनू का टीला, ओखला और उस्मानपुर में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं. प्रशासन ने राहत एवं बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है. इसके साथ ही, एनडीआरएफ की टीमें भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. कुछ स्थानों पर नावों की व्यवस्था की गई है ताकि जलभराव की स्थिति में फंसे हुए लोगों को निकाला जा सके. इस बीच बीते वर्षों के दौरान हुई स्थित को देखते हुए प्रशासन इस बार और भी अलर्ट मोड़ पर है.
बीते साल से गंभीर हो सकती है इस बार की स्थिति
इसके साथ ही पिछले साल यमुना के जलस्तर ने 208.66 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिससे राजधानी के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. इस बार भी बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा, जिससे यह आशंका प्रबल होती जा रही है कि, स्थिति पहले से भी गंभीर हो सकती है.
दिल्ली: यमुना के बढ़ते जलस्तर ने बढ़ाई टेंशन, इन इलाकों के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा
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