भिवानी के प्रेक्षा विहार में संत निरंकारी मिशन द्वारा भिवानी जोन का जोन स्तरीय निरंकारी बाल संत समागम भावपूर्ण एवं आध्यात्मिक वातावरण में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संत निरंकारी मिशन के कर्मयोगी एवं विद्वान महात्मा प्रदीप अरोड़ा ने की। उन्होंने कहा कि सत्गुरु ज्ञान प्रदान कर अच्छे इंसान बनाता है। जीवन में कुछ भी बनो, डॉक्टर, इंजीनियर, कलाकार, सब मुबारक है, बस इंसान बनना जरूरी है। मानव जीवन प्रभु प्राप्ति का माध्यम है और यह प्रभु हमें हर घट में दिखे, ऐसी दृष्टि सतगुरु प्रदान करते हैं। बच्चों को ‘मैं’ और ‘मेरी’ के अहंकार से दूर रहना चाहिए। सत्गुरु बाल मन में मानवीय मूल्यों के बीज बो रहे हैं, यही मूल्य जीवन को सार्थक बनाते हैं। उन्होंने संगत को सेवा, सुमिरन और सत्संग के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। भावी पीढ़ी को आध्यात्मिक दिशा देने के लिए प्रयास
जोनल इंचार्ज महात्मा बलदेव राज नागपाल ने कहा कि यह समागम भावी पीढ़ी को आध्यात्मिक दिशा देने का एक पवित्र प्रयास है। बच्चों ने सहज एवं सरल भाषा में निरंकार की भक्ति को प्रस्तुत किया। यह आयोजन बाल संतों को मानवीय मूल्यों और सेवा, सिमरन सत्संग से जोड़ने का जीवंत माध्यम है। ये नन्हें कदम समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। इस अवसर पर भिवानी के विधायक घनश्याम दास सर्राफ, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि बहन सुमित्रा एवं महंत चरण दास महाराज (हनुमान जोहड़ी धाम) उपस्थित रहे।
दिल्ली से भिवानी पहुंचे महात्मा प्रदीप:बोले- जीवन में कुछ भी बनो बस इंसान बनना जरूरी, मानव जीवन प्रभु प्राप्ति का माध्यम
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