भारतीय रेलवे द्वारा गर्मियों की छुट्टी को लेकर विशेष ट्रेनों का संचालन शुरू किया था। लेकिन, इस ट्रेनों की चाल सुधर नहीं रही। इससे यात्री बेहाल हो रहे हैं। न उन्हें रेलवे के पूछताछ केंद्र पर विशेष ट्रेनों की सही जानकारी मिल रही है और न ही रेलवे के एप पर। इसलिए उन्हें घंटों ट्रेन के इंतजार में स्टेशन पर बैठना पड़ रहा है। स्टेशन पर मौजूद रेलवे अधिकारियों के पास भी इसका कोई जवाब नहीं है। ऐसे ही हालात अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन रोजाना देखने को मिलते हैं। ट्रेनें रोजाना घंटों लेट हो रहीं हैं। इससे यात्रियों को अपने प्लान के मुताबिक अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। सही जवाब नहीं मिला शाहबाद से आए सौरभ कुमार ने बताया कि वह पूछताछ केंद्र पर ट्रेन की जानकारी करने पहुंचे तो उनको ट्रेनों की सटीक जानकारी नहीं मिली। उनका कहना है कि इन दिनों ट्रेनों में वैसे ही रश अधिक है और ट्रेनों के लेट होने से सारे प्लान खराब हो रहे हैं। इसके साथ ही भीषण गर्मी में स्टेशन पर ही इंतजार करना पड़ता है। स्पेशल ट्रेन 14-14 घंटे लेट जानकारी के अनुसार रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेन अब लोगों के लिए ही दिक्कत बन रही है। यह ट्रेनें 14-14 घंटे लेट हो रहीं हैं। इससे पानी और खाने की समस्या के साथ सही समय पर वह अपने गंतव्य तक नहीं जा पा रहे हैं। 04607 दरभंगा अमृतसर समर स्पेशल ट्रेन अंबाला कैंट स्टेशन पर 14 घंटे की देरी से चल रही थी। यह अभी तक अंबाला कैंट स्टेशन नहीं पहुंची है। यह ट्रेनें चल रहीं लेट 11078 जम्मूतवी से पुणे जाने वाली झेलम एक्सप्रेस लगभग 3 घंटे लेट, 15707 कटिहार-अमृतसर आम्रपाली एक्सप्रेस 4 घंटे, 14217 प्रयागराज-चंडीगढ़ ऊंचाहार एक्सप्रेस 3.5 घंटे लेट, 04651 अमृतसर क्लोन स्पेशल 3 घंटे लेट चल रहीं हैं। मोबाइल पर नहीं आया संदेश चंडीगढ़-धनबाद और वाराणसी की तरफ जाने वाली दोनों ट्रेनों के देरी से चलने की जानकारी यात्रियों को मेसेज द्वारा नहीं दी गई। अगर उन्हें ट्रेन के देरी से आने की जानकारी पहले मिलती तो वो घर पर ही रुक जाते, न कि स्टेशन पर आकर परेशान होते। दो ट्रेनें की थीं रद्द रेलवे ने देरी से चलने के कारण पिछले सप्ताह ही दो विशेष ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया था। इसमें बठिंडा से वाराणसी के बीच चलने वाली ट्रेन नंबर 04520 और चंडीगढ़ से लखनऊ के बीच चलने वाली ट्रेन नंबर 04210 शामिल हैं जोकि 18 जून से 10 जुलाई तक रद्द कर दी गई हैं। वहीं, इस मामले में सीनियर डीसीएम अंबाला डिवीजन नवीन कुमार झा का कहन है कि विशेष ट्रेनों का संचालन एक ही रैक (ट्रेन के कोच) के आधार पर किया जाता है। जब एक रैक गंतव्य से वापस आता है तो उसे साफ व दुरुस्त करके पुन: संचालित किया जाता है।
जब रैक पीछे से ही देरी से आए तो वो जाएगा भी देरी से क्योंकि दो से ढाई घंटे तो रैक को चैक करने में ही लग जाते हैं कि इनमें कोई गड़बड़ी तो नहीं है। इसके साथ ही अन्य ट्रेनों के संचालन में दिल्ली लाइन पर काम के चलते देरी हो रही है।
देरी से चल रहीं ट्रेनें, यात्री परेशान:अंबाला कैंट स्टेशन पर 14 घंटे देरी से पहुंच रही स्पेशल ट्रेन, एसएमएस नहीं आ रहा
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