Maharashtra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और NCP प्रमुख अजित पवार ने शनिवार (28 जून) को एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बारामती स्थित मालेगांव सहकारी शुगर मिल के चुनाव को निर्विरोध करवाना चाहते थे.
बारामती में पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार ने बताया कि उन्होंने एनसीपी (शरद पवार गुट) को तीन सीटों का प्रस्ताव दिया था, लेकिन विपक्षी गुट ने इससे अधिक सीटों की मांग की.
मालेगांव शुगर मिल चुनाव में अजित पवार गुट ने 20 सीटों पर दर्ज की जीत
बुधवार (25 जून) को हुए चुनाव में अजित पवार समर्थित पैनल ने 21 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज कर चुनावी बाजी अपने नाम कर ली. वहीं, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) एक भी सीट नहीं जीत सकी. एक अन्य पैनल, जिसकी अगुवाई चंद्रराव तावरे कर रहे थे, केवल एक सीट जीत सका. पीटीआई के अनुसार, अजित पवार ने बताया कि मुख्यमंत्री फडणवीस चाहते थे कि उनके और तावरे के पैनल को दस-दस सीटें दी जाएं और एक सीट नामांकित सदस्य के लिए छोड़ी जाए, लेकिन आपसी सहमति नहीं बन सकी.
NCP (SP) ने 6 सीटों की कि थी मांग- अजित पवार
अजित पवार ने दावा किया कि एनसीपी (SP) ने छह सीटों की मांग रखी थी, जबकि उन्होंने केवल दो सीटों के साथ एक को-ऑप्टेड सीट देने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन विपक्षी पैनल इससे संतुष्ट नहीं हुआ. बातचीत और मुख्यमंत्री की कोशिशों के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया. इसी वजह से दोनों पक्षों ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और मुकाबला मतदान तक पहुंच गया.
यह चुनाव अजित पवार और शरद पवार के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया था, जिसे रविवार को संपन्न कराया गया. चुनाव परिणामों ने जहां अजित पवार की राजनीतिक पकड़ को और मजबूत किया, वहीं शरद पवार गुट के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है. इस नतीजे ने बारामती की राजनीति में बदलते समीकरणों की ओर भी इशारा किया है.
‘देवेंद्र फडणवीस चाहते थे निर्विरोध चुनाव’, बारामती शुगर मिल जीतने के बाद अजित पवार का बड़ा खुलासा
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