दो किश्तों में दी जाती है 5000 की वित्तीय सहायता – दूसरा बच्चा लड़की होने पर 6000 की एकमुश्त मदद

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | जालंधर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत जिले में वर्ष 2024-25 के दौरान 6352 लाभार्थियों को रजिस्टर्ड किया गया। इसके तहत 3 करोड़ 14 लाख 88 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इसी तरह चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान अब तक 985 लाभार्थियों को रजिस्टर्ड किया गया है। जिला प्रोग्राम अधिकारी मनजिंदर सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं को स्वास्थ्य सुदृढ़ीकरण और पोषण प्रदान करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। महिला एवं बाल विकास विभाग की इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाना तथा उनकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना है। यह लाभ महिला को उसके पहले दो जीवित बच्चों के लिए मिलता है। बशर्ते कि दूसरा बच्चा लड़की हो। पहले बच्चे के मामले में 5000 रुपए की राशि दो किश्तों में प्रदान की जाती है तथा दूसरे बच्चे, लड़की के जन्म पर 6000 रुपए की एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है। 3000 रुपए की पहली किश्त आंगनवाड़ी केंद्र में गर्भावस्था का रजिस्ट्रेशन, अनुमोदित स्वास्थ्य सुविधाएं तथा एलएमपी की तिथि से 6 माह के भीतर कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच करवाने पर मिलती है, जबकि 2000 रुपए की दूसरी किश्त बच्चे के जन्म का रजिस्ट्रेशन तथा बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण का एक चक्र पूरा होने पर मिलती है। इस योजना का लाभ उठाने तथा अधिक जानकारी के लिए अपने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अथवा बाल विकास प्रोजेक्ट अधिकारी के दफ्तर से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ सरकारी कर्मचारियों या करदाताओं को नहीं दिया जाता है।

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