हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। पांवटा साहिब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और विधायक सुखराम चौधरी के साथ हुई घटना पर शर्मा ने प्रशासन की आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी का जनप्रतिनिधियों और आम जनता के साथ अभद्र व्यवहार सरकार की विफलता को दर्शाता है। शर्मा ने पुलिस भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं और पेपर लीक का मुद्दा उठाया। उन्होंने एनटीटी भर्ती में भी पक्षपात का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यह भर्तियां चुनिंदा कंपनियों के माध्यम से की जा रही हैं। विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र की भावना के विपरीत काम कर रही है। जो भी सरकार का विरोध करता है, उस पर झूठे मुकदमे बनाए जा रहे हैं। इसी बीच, शर्मा ने केंद्र सरकार से मिली 2006.40 करोड़ रुपए की राहत राशि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा का आभार जताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह राशि प्रदेश के विकास में सही तरीके से खर्च की जाएगी।
धर्मशाला MLA बोले- हिमाचल में कानून व्यवस्था चरमराई:सरकार लोकतंत्र की भावना के विपरीत कर रही काम, पुलिस भर्ती में धांधली का आरोप लगाया
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