ईडी ने गोवा में जमीन हड़पने और फर्जीवाड़े के एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए करीब 212.85 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है. ये जमीनें गोवा के कई प्राइम लोकेशन्स जैसे अंजुना, रेवोरा, नडोरा, कामुर्लिम, पारा और मापसा सिटी में फैली हुई है.
जांच एजेंसी ने ये कार्रवाई सोमवार (28 जुलाई 2025) को की. ये पूरा मामला एक ऑर्गनाइज्ड क्रिमिनल सिंडिकेट से जुड़ा है, जिसकी अगुवाई रोहन हरमालकर नाम के शख्स ने की थी. ED की जांच में पता चला है कि रोहन हरमालकर और उसके साथी अलकांत्रो डीसूजा समेत कई लोगों ने मिलकर जमीन के पुराने रिकॉर्ड, नकली वसीयत, जाली सेल डीड्स और फर्जी दावे के जरिए लाखों-करोड़ों की जमीनें हड़प ली.
नकली दस्तावेजों के जरिए खुद को बताया जमीन का मालिक
ED के मुताबिक, इन लोगों ने नकली दस्तावेजों के जरिए खुद को उन जमीनों का मालिक बताया, जो असल में उनकी थी ही नहीं. फिर उन्हीं जमीनों को बेचकर करोड़ों का प्रॉफिट कमाया गया. ED का कहना है कि जो पैसा जमीन बेचकर कमाया गया, उसे आरोपियों ने अपने और अपने रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट्स के जरिए कई बार घुमाया, जिससे वो क्लीन मनी जैसा दिखे, जिसे मनी लॉन्ड्रिंग माना गया.
जांच में अब तक जो प्रॉपर्टी पकड़ी गई है, वो सीधे तौर पर इस घोटाले से जुड़ी है और उसकी वैल्यू 212.85 करोड़ बताई गई है. अभी और भी प्रॉपर्टीज की तलाश जारी है. ED ने इस केस में मुख्य आरोपी रोहन हरमालकर को 3 जून 2025 को अरेस्ट कर लिया था, जो फिलहाल जेल में है.
पूरे सिंडिकेट को बेनकाब करेगी एजेंसी
ED का कहना है कि ये घोटाला और भी बड़ा हो सकता है और बाकी की Proceeds of Crime यानी गलत तरीके से कमाई गई प्रॉपर्टी को भी जल्द ट्रैक किया जाएगा. जांच अभी जारी है और ED की कोशिश है कि पूरे सिंडिकेट को बेनकाब किया जाए और जो भी सरकारी जमीन या लोगों की प्राइवेट प्रॉपर्टी हड़पी गई है, उसे रिकवर किया जाए.
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नकली कागजातों से खुद को बताया मालिक और बेंच दीं 212 करोड़ की जमीनें… ED ने सिंडिकेट का कर दिया खुलासा
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