भास्कर न्यूज| लुधियाना नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्लूएम) में सुधार के लिए सीआरएस (चुनौती, मूल कारण और समाधान) मैट्रिक्स फ्रेमवर्क को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। एमसी लुधियाना ने ऊर्जा, पर्यावरण एवं जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के सहयोग से शुक्रवार को सीआरएस मैट्रिक्स फ्रेमवर्क का उपयोग करके वार्ड-स्तरीय एसडब्लूएम रणनीतियों का विकास लुधियाना में बॉटम-अप समाधानों का सह-निर्माण विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में नगर निकाय के वार्ड-स्तरीय अधिकारियों को समूह चर्चा और व्यावहारिक अभ्यास के जरिए लुधियाना के लिए अनुकूलित अपशिष्ट प्रबंधन योजनाएं विकसित करने हेतु उपकरण और आवश्यक ज्ञान प्रदान किया गया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों, अवसरों और समाधानों पर विस्तार से चर्चा की। एमसी लुधियाना के अतिरिक्त आयुक्त परमदीप सिंह ने कहा कि निगम शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीआरएस फ्रेमवर्क के उपयोग से हमारे अग्रिम पंक्ति के अधिकारी वार्ड-स्तरीय चुनौतियों के मूल कारणों की पहचान कर सकेंगे और उनके अनुरूप लक्षित समाधान विकसित कर सकेंगे। सीईईडब्ल्यू की कार्यक्रम प्रमुख प्रियंका सिंह ने कहा कि यह कार्यशाला सहयोगात्मक समस्या-समाधान की शक्ति को रेखांकित करती है। उन्होंने बताया कि सीआरएस मैट्रिक्स फ्रेमवर्क को इस दृष्टिकोण से विकसित किया गया है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक बहु-हितधारक जिम्मेदारी है। एमसी लुधियाना के अधिकारियों को एक मंच पर लाकर कार्यशाला ने न केवल स्थानीय चुनौतियों की पहचान करने में मदद की, बल्कि वार्ड-स्तरीय प्रभावी समाधान तैयार करने का अवसर भी दिया। कार्यशाला का संचालन सीईईडब्ल्यू की टीम ने किया, जिसमें कार्यक्रम प्रमुख प्रियंका सिंह, कार्यक्रम सहयोगी अदील खान, अनुसंधान सहयोगी सृष्टि मिश्रा और सलाहकार शैलजा सिंगला, दिव्यांशु सैनी, नरेंद्रन एस, विराज जोशी शामिल रहे। इस अवसर पर एमसी लुधियाना के संयुक्त आयुक्त विनीत कुमार, संयुक्त आयुक्त अभिषेक शर्मा, निगम स्वच्छता अधिकारी अश्विनी सहोता, स्वास्थ्य अधिकारी विपल मल्होत्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
नगर निगम अधिकारियों को सिखाया सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का नया तरीका
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