जालंधर| एलकेसीटीसी पैरामेडिकल साइंसेज स्कूल में नवाचार विकास की प्रक्रिया, प्रौद्योगिकी तत्परता स्तर और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण विषय पर विशेषज्ञ वार्ता हुई। कार्यक्रम में डॉ. सुरेंद्र कुमार शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। उन्होंने नवाचार की शुरुआत से लेकर उसके व्यावसायीकरण तक के विभिन्न चरणों पर विस्तार से जानकारी दी। डॉ. शर्मा ने बताया कि कैसे वैज्ञानिक अनुसंधान टीआरएल के विभिन्न स्तरों से गुजरता है। उन्होंने प्रयोगशाला तकनीकों को व्यावसायिक उपयोग में लाने की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को चिकित्सा विज्ञान में तकनीकी प्रगति और प्रयोगशाला नवाचारों को वास्तविक दुनिया में लागू करने की प्रक्रिया से अवगत कराना था। मेडिकल लैबोरेटरी साइंस, मेडिकल टेक्नोलॉजी एनेस्थीसिया एंड ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी और रेडियोलॉजी इमेजिंग टेक्नोलॉजी के छात्रों ने इसमें सक्रिय भागीदारी की। विभागाध्यक्ष अमनदीप पॉल और सहायक प्रोफेसर व कार्यक्रम समन्वयक कवनिशा राय ने कहा कि इस तरह की पहल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देती हैं। निदेशक शैक्षणिक मामले सुखबीर सिंह चट्ठा और डॉ. आरएस देओल ने छात्रों को ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
नवाचार, टीआरएल और तकनीकी हस्तांतरण पर विशेषज्ञ वार्ता करवाई
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