फतेहाबाद जिले में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का प्रोजेक्ट मेडिकल कॉलेज नायब सैनी सरकार में लटक गया है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली का यह ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। हालत ऐसी है कि जमीन फाइनल होने, नामकरण करने और टेंडर जारी होने के बाद भी भूमि पूजन नहीं हुआ है। चंडीगढ़ में तो अधिकारी मेडिकल कॉलेज की जगह की जिला मुख्यालय से दूरी को लेकर भी कन्फ्यूज हैं। कोई जिला हेडक्वार्टर से गांव रसूलपुर को 35 किलोमीटर तो कोई 42 किलोमीटर मान रहा है। दरअसल, 23 जनवरी 2023 को तत्कालीन पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के गांव बिढाईखेड़ा में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर मिलन समारोह एवं रैली रखी गई। इस रैली में तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पहुंचे थे। रैली में खट्टर ने देवेंद्र बबली की मांग पर टोहाना हलके के गांव रसूलपुर में मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की। 200 बेड के नए अस्पताल को ही दर्जा दिलाने के हुए प्रयास मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन दो साल से नहीं होने के बाद अब फतेहाबाद जिला मुख्यालय पर बन रहे 200 बेड के नए अस्पताल को ही मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिलवाने के प्रयास होने लगे हैं। भाजपा के नए जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा ने इसके लिए दो बार सीएम नायब सैनी के समक्ष मांग रखी है। 100 से अधिक सामाजिक संस्थाओं ने भी इसके लिए सीएम के नाम लेटर भेजे हैं। बबली के सरकार से बाहर होते ही अटकी प्रोसेस साल 2024 में मार्च महीने में जेजेपी और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद तत्कालीन पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली भी सरकार से बाहर हो गए। उसके बाद पूरी तरह से मेडिकल कॉलेज प्रोजेक्ट की प्रोसेस रुकी हुई है। हालांकि, विधानसभा चुनाव के दौरान देवेंद्र बबली जेजेपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। वह टोहाना से बीजेपी उम्मीदवार भी रहे। मगर फिर भी मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन नहीं हो सका है। जानिए…अब तक मेडिकल कॉलेज प्रोजेक्ट में क्या प्रक्रिया हो चुकी… 1. 30 एकड़ से ज्यादा जमीन ट्रांसफर की गांव रसूलपुर में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए ग्राम पंचायत ने 30 एकड़ से ज्यादा जमीन फ्री में दी है। यह जमीन साल 2023 में ही पंचायत विभाग से मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग को ट्रांसफर की जा चुकी है। 2. संत रविदास के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम किया फरवरी 2023 में जींद जिले के नरवाना में प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित संत रविदास जयंती समारोह में तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने गांव रसूलपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम संत रविदास के नाम पर रखने का ऐलान किया। 3. नवंबर 2023 में 900 करोड़ का टेंडर लगा नवंबर 2023 में डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च द्वारा 900 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए टेंडर लगाया गया। टेंडर अलॉट होने के बाद आगामी प्रक्रिया शुरू होनी थी। मगर अब सब कुछ ठंडे बस्ते में हैं। राजनीतिक फेर में भी फंसा प्रोजेक्ट मेडिकल कॉलेज का प्रोजेक्ट राजनीतिक फेर में भी फंस गया है। यह प्रोजेक्ट देवेंद्र बबली की मांग पर मंजूर हुआ था। टोहाना से ही बीजेपी के दिग्गज नेता सुभाष बराला भी हैं। मगर देवेंद्र बबली के साथ उनकी खींचतान जगजाहिर है। इस समय पूरे फतेहाबाद जिले में एकमात्र सुभाष बराला ही संवैधानिक पद पर है। बाकी तीनों विधायक कांग्रेस के हैं। मगर बराला मेडिकल कॉलेज को लेकर कोई रुचि नहीं दिखा रहे।
नायब सरकार में लटका खट्टर का प्रोजेक्ट:फतेहाबाद में ढाई साल से नहीं हुआ मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन; 2023 में हुई थी घोषणा
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