हिसार जिले की नारनौंद में फर्जी दस्तावेजों से कृषि ऋण लेने के प्रयास का मामला सामने आया है। जींद का युवक एक्सिस बैंक से 18.65 लाख रुपए का लोन लेने के लिए आया था। जांच में उसके दस्तावेज फर्जी निकले। इसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस ने तहसीलदार की शिकायत पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार, जींद की श्याम नगर कॉलोनी निवासी रिंकू एक्सिस बैंक से 18.65 लाख रुपए का लोन लेने तहसील कार्यालय पहुंचा था। बैंक कर्मचारी के साथ आए रिंकू ने पिता की बीमारी का हवाला देकर जल्द कार्रवाई की विनती की। पंजीकरण लिपिक ने सब-रजिस्ट्रार से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटर राकेश शर्मा द्वारा ऑनलाइन रिकॉर्ड चेक करने पर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। जांच में पाया गया कि खेवट नंबर 270 पर रिंकू का नाम दर्ज नहीं था। यह जमीन सोनू और अमित पुत्र लीलाराम के नाम थी। रिंकू द्वारा दिखाया गया इंतकाल नंबर 2523 भी फर्जी निकला। फर्जीवाड़े का पता चलते ही रिंकू फरार हो गया और फर्जी दस्तावेज भी साथ ले गया। बैंक कर्मियों की मदद से उसके घर का पता लगाया गया। परिवार ने बताया कि रिंकू किसी प्रवीन नामक व्यक्ति के संपर्क में था, जिसने ऋण दिलवाने का वादा किया था। नारनौंद के नायब तहसीलदार ओमबीर ने थाने में रिंकू, उसके सहयोगी प्रवीन और दस्तावेजों की पहचान करने वाले दो नंबरदार देवेंद्र कुमार व कृष्ण कुमार के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। प्रारंभिक जांच में बैंक के पैनल वकील की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है जिन्होंने रिंकू के पक्ष में जमीन की जांच रिपोर्ट दी थी। उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले खेड़ी जालब उप-तहसील में भी एक्सिस बैंक जींद से जुड़ा इसी तरह का मामला सामने आया था।
नारनौंद में 18.65 लाख के लोन के लिए फ्रॉड:दूसरे की जमीन के फर्जी कागजात दिए; भेद खुला तो डॉक्यूमेंट्स लेकर फरार, FIR
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