नारनौल में एनएचएम कर्मियों ने दो घंटे किया प्रदर्शन:सरकारी अस्पतालों में ठप रही स्वास्थ्य सेवाएं, मरीजों को हुई परेशानी

by Carbonmedia
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हरियाणा के नारनौल में हेल्थ विभाग के नेशनल हैल्थ मिशन के तहत काम कर रहे कर्मचारियों ने आज जिला भर में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन दो घंटे सुबह दस बजे से 12 बजे तक चला। जिसके तहत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरा कामकाज ठप रहा। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला अध्यक्ष डा. पुष्पेंन्द्र ने बताया कि सरकार और प्रशासन की अनदेखी से परेशान कर्मचारियों ने आज प्रातः दस बजे से दोपहर 12 बजे तक कार्य का बहिष्कार करते हुए अपने-अपने कार्यस्थलों पर गेट मीटिंग की और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्हाेंने नारेबाजी करते हुए सरकार से जल्द एनएचएम कर्मचारियों के बकाया वेतन जारी करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जब तक वेतन जारी नहीं किया जाता है तब तक चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन जारी रखा जाएगा। सिविल सर्जन नारनौल के कार्यालय में गेट मीटिंग की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष डा. पुष्पेंन्द्र ने किया तथा मंच संचालन जिलामंत्री विनोद राव ने किया। जिला मंत्री विनोद राव ने कहा कि महेंद्रगढ़ जिले की सभी चिकित्सा संस्थाओं में ब्लॉक वाइज अटेली, नांगल सिरोही, नांगल चौधरी, बूढ़वाल, महेंद्रगढ़, कनीना, सेहलंग, सतनाली तथा दोचाना में भी एनएचएम कर्मचारियों द्वारा गेट मीटिंग करते हुए बकाया वेतन जल्दी जारी किए जाने की मांग उठाई गई।
प्रदेश कार्यालय सचिव हरकेश ने बताया कि 02 नवम्बर 2021 को धनतेरस के दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन देने सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई थी, उक्त सैद्धांतिक स्वीकृति को 3 वर्ष 9 महीने बीत जाने पर भी आज तक एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन का लाभ तो नहीं मिल पाया है, बल्कि इसके विपरीत 29 अक्तूबर 2024 को धनतेरस के दिन ही एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियमों को फ्रीज कर दिया गया। जिसके विरोध में पूरे प्रदेश के लगभग 7000 एनएचएम कर्मचारियों द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सेवा नियमों को फ्रीज के आदेशों पर स्टे ली जा चुकी है, परन्तु वित्त विभाग के उच्च अधिकारियों की घिनौनी साजिश के तहत एनएचएम कर्मचारियों का बजट ही रोक दिया गया है, ताकि न्यायालय के स्टे आदेश के बाद कर्मचारियों को मिलने वाले वित्तीय लाभ को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले के 400 एनएचएम कर्मचारियों द्वारा भी अलग-अलग केसों के माध्यम से उच्च न्यायालय चंडीगढ से सेवा नियमों को फ्रीज के आदेशों पर स्टे ली जा चुकी है।
इस मौके पर निेतेश बंसल, उमेश कश्यप, राकेश, हेमंत यादव, अशोक जांगड़ा, टीका थापा बहादुर, कंवरपाल, उषा चौधरी, कपिल, रेणू यादव, डा. सोनिया चौधरी, डा. दीपक कौशिक, रिंकू देवी, मीरा यादव, ज्योत्सना यादव, नीतू मारोड़िया, मीना कुमारी, स्नेहलता, हेमन्त गर्ग, लोकेश शर्मा, गौरव कक्कड़, प्रेम प्रकाश, जितेन्द्र यादव, विजय यादव, ऋषिपाल, संदीप जोनी, मनिषा कुमारी इत्यादि सैकड़ों कर्मचारी मौजूद थे।

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