हरियाणा के नारनौल में गांव निवाजनगर निवासी भारतीय नौसेना में तैनात विपिन जांगड़ा ड्यूटी के दौरान गोवा में हुए एक सड़क हादसे में शहीद हो गए। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को पैतृक गांव निवाजनगर में किया गया। जिनको मुखाग्नि उनके चचेरे भाई विकास जांगड़ा व वंश जांगड़ा ने दी। विपिन अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे तथा उनकी दो माह पूर्व ही दादरी के एक गांव में सगाई हुई थी। विपिन के अंतिम संस्कार में गांव के अलावा आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल हुए तथा भारत माता की जय के नारे लगाए। अंतिम संस्कार में उनकी मंगेतर व उनके परिजन भी शामिल होने के लिए आए थे। भारतीय नौसेना में एलवीएमआर के पद पर तैनात गांव निवाजनगर निवासी 28 वर्षीय विपिन जांगड़ा गोवा में ड्यूटी पर थे। इस दौरान 15 जून को वे अपने घर से स्कूटी पर सवार होकर अपने एक अन्य साथी के साथ ड्यूटी पर जा रहे थे। ड्यूटी पर जाते समय उनकी टक्कर बाइक सवार से हो गई। जिससे विपिन व उसका दूसरा साथी बुरी तरह घायल हो गए। उनको उपचार के लिए गोवा में भर्ती कराया गया था। 17 जून को उपचार के दौरान विपिन ने दम तोड़ दिया। सैन्य सम्मा के साथ हुआ अंतिम संस्कार विपिन जांगड़ा की मौत हो जाने के बाद उनके शव को 18 जून को पैतृक गांव निवाजनगर लाया गया। उनके साथ भारतीय नौसेना के जवानों की एक टुकड़ी भी आई। जिन्होंने पूरे सैन्य सम्मान के साथ मातमी धुन बजा तथा फायर कर अंतिम सलामी दे विपिन का अंतिम संस्कार किया। बारहवीं करते ही लग गए थे नेवी में विपिन जांगड़ा का जन्म गांव में 1997 में हुआ था। जिसके बाद उसने अपनी पढ़ाई गांव के ही स्कूल से की बारहवीं कक्षा पास करते ही विपिन 2016 में ही नेवी में लग गए थे। जिसके बाद उनकी ड्यूटी गोवा में चली आ रही थी। विपिन ने करीब दस साल तक भारतीय नौसेना में रहकर देश की सेवा की। मौत की सूचना से गांव में छा गया मातम विपिन की मौत की सूचना जब परिजनों व ग्रामवासियों को लगी तो गांव में मातम छा गया। उनके अंतिम संस्कार की सूचना लगने पर न केवल निवाजनगर गांव, बल्कि आसपास के अनेक गांवों के सैकड़ों लोग संस्कार में शामिल होने के लिए आ गए। अंतिम संस्कार में भारत माता की जय तथा वंदे मातरम् के नारे लगते रहे। लोगों ने गमगीन माहौल में विपिन को अंतिम विदाई दी। पिता भी थे पूर्व सैनिक विपिन कुमार अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी मां ग्रहणी हैं तथा उनके पिता आर्मी से रिटायर हैं। वे आसाम राइफल में लगे हुए थे तथा करीब 14 साल पहले रिटायर हुए थे। रिटायर होने के बाद उन्होंने गांव में आरा मशीन लगा ली थी। वहीं विपिन की बहन की शादी पहले ही हो चुकी है
नारनौल में नेवी का जवान ड्यूटी के दौरान हुआ शहीद:दो माह पहले ही हुई थी दादरी में सगाई, माता-पिता का था इकलौता पुत्र
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