नारनौल में प्ले स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों पर साधा निशाना:कहा, डीईओ पर बना रहे अनावश्यक दबाव, सभी के पास है मान्यता

by Carbonmedia
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हरियाणा के नारनौल में प्ले स्कूल एसोसिएशन के जिला प्रधान विपिन सैनी ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों के दबाव में शिक्षा विभाग प्ले स्कूलों को टारगेट बना रहा है। इसी के चलते शिक्षा विभाग ने जिला के गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की लिस्ट में केवल प्ले स्कूलों को शामिल किया है, जबकि यह गलत है। जिन प्ले स्कूलों को लिस्ट में शामिल किया गया है, वे प्ले स्कूल लगातार कई साल से मान्यता ले रहे हैं तथा इस बार भी रिन्यू के लिए फाइलें लगी हुई हैं। यहां आयोजित पत्रकारवार्ता में प्ले स्कूल एसोसिएशन के जिला प्रधान ने कहा कि प्ले स्कूल शिक्षा विभाग के अंडर नहीं आते। प्ले स्कूल महिला एवं बाल विकास विभाग के अंडर आते हैं तथा जिला के लगभग सभी प्ले स्कूल लगातार कई सालों से महिला एवं बाल विकास विभाग से मान्यता ले रहे हैं। लेकिन इस बार प्राइवेट बड़े स्कूलों ने शिक्षा विभाग पर अनुचित दबाव बनाकर प्ले स्कूलों की विजिट संबंधित बीईओ कार्यालय या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कलस्टर हैड से करवा दी। उनको सभी प्ले स्कूलों ने अपने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए बताया कि उनके पास महिला एवं बाल विकास विभाग से मान्यता है तथा इस बार की मान्यता को रिन्यू करवाने के लिए मार्च माह में ही उन्होंने फाइलें लगा दी थी। जिस पर महिला एवं बाल विकास विभाग कार्य कर रही है। जानबूझकर शिक्षा अधिकारी पर बना रहे दबाव उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल संचालक प्ले स्कूलों में बढ़ती बच्चों की संख्या से घबराए हुए हैं। यही कारण है कि वे जानबूझकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बरगलाकर उनसे प्ले स्कूलों का निरीक्षण करवा रहे हैं ताकि ये प्ले स्कूल बंद हो जाएं। यह वैसा ही है, जैसे बड़ी मछली छोटी मछली खाने वाला। हर साल होता है इंस्पेक्शन उन्हाेंने कहा कि प्ले स्कूलों का हर साल महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा इंस्पेक्शन किया जाता है। उनके द्वारा बताए गए सभी डॉक्यूमेंट लगाए जाते हैं। फिर उनकी मान्यता को रिन्यू किया जाता है। फिर इसमें शिक्षा विभाग बीच में दखलअंदाजी क्यों कर रहा है। सस्ती दे रहे शिक्षा, बेरोजगारों को नौकरी उन्होंने बताया कि बड़े प्राइवेट स्कूल अभिभावकों की जेब पर डाका डालते हैं, जबकि प्ले स्कूल बच्चों को सस्ती शिक्षा देते हैं। वहीं अनेक बेरोजगार महिलाओं को प्ले स्कूलों द्वारा नौकरी दी जा रही है, वे कोई अपराध नहीं कर रहे।

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