हरियाणा के नारनौल में सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर तेजपाल यादव ने पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह यादव पर राजनैतिक द्वेष भावना से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अभय सिंह राव इंद्रजीत सिंह से राजनैतिक रंजिश रखते हैं। इसी रंजिश के चलते उन्होंने जानबूझकर जनभावनाओं के खिलाफ मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन मेडिकल कॉलेज कराया। नारनौल में पत्रकारों से बात करते हुए इंजीनियर तेजपाल ने कहा कि पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह ही इस पूरे मुद्दे की जड़ हैं। उन्होंने ही पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ मिलकर जानबूझकर मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन रखवाया है, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि इससे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को कोई लाभ पहुंचे। क्योंकि कोरियावास गांव के ग्रामीण जब से मेडिकल कॉलेज बनाना शुरू हुआ, तब से इसका नाम राव तुलाराम के नाम पर रखवाना चाहते थे। अभय सिंह ने किया गुमराह इस बारे में ग्राम पंचायत कोरियावास ने कई पत्र प्रदेश सरकार को भी लिखे हैं, लेकिन डा. अभय सिंह ने जानबूझकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को गुमराह कर इस कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन रखवा दिया। इससे डा. अभय सिंह ने एक तीर से कई निशाने कर दिए। वहीं अहीरवाल क्षेत्र के लोगों को आपस में लड़ाने का काम कर दिया। बिना वजह बीच में ला रहे शहीद स्मारक उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह बिना वजह मेडिकल कॉलेज के मामले को भटकाने के लिए राव तुलाराम शहीद स्मारक का मुद्दा उठा रहे हैं। वे जब 2014 से 2024 तक सत्ता में थे, तब उन्होंने शहीदी स्मारक का जिक्र क्यों नहीं किया। क्यों शहीदी स्मारक की देखरेख सही प्रकार से नहीं करवाई। अनेक संस्थाओं के लोग रहे मौजूद इस मौके पर नलवाटी विकास समिति, नहरी संघर्ष समिति सहित अनेक संस्थाओं के लोग मौजूद रहे। सभी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज का नाम राव तुलाराम के नाम पर ही होना चाहिए। ये ही यहां की जनभावनाएं हैं। अगर राव तुलाराम के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम नहीं हुआ तो वे संघर्ष तेज कर देंगे।
नारनौल में बोले सामाजिक कार्यकर्ता, अभय सिंह कर रहे गुमराह:जानबूझकर मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन रखवाया, जनभावनाओं को नहीं रखा ख्याल
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