नारनौल में शनि मंदिर कमेटी व प्रसाद विक्रेताओं में विवाद:नए नियम बनाए, बेकार प्रसाद बेचा तो लगेगा 11 हजार रुपए जुर्माना

by Carbonmedia
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हरियाणा के नारनौल में शनि मंदिर कमेटी व रेहड़ी संचालकों में प्रसाद को लेकर विवाद हो गया। मंदिर कमेटी के सदस्यों का आरोप है कि रेहड़ी वाले बिना बजने वाला नारियल बेचते हैं, जो प्रसाद के लायक नहीं है। मंदिरों में केवल बजने वाला नारियल ही बेचना होगा। बिना बजने वाला नारियल श्मशानघाट से आते हैं। जबकि प्रसाद बेचने वालों का कहना है कि ऐसा नहीं है। बाद में मंदिर कमेटी ने प्रसाद बेचने वालों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आगे से बजने वाले नारियल ही प्रसाद में दिए जाएं। नारनौल के मोहल्ला चांदुवाड़ा में सैकड़ों साल पुराना शनि मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर में प्रत्येक शनिवार को हजारों की संख्या में न केवल नारनौल, बल्कि आसपास गांवों के हजारों भक्त आते हैं। मंदिर कमेटी बीते शनिवार को मंदिर कमेटी के सदस्यों व प्रसाद बेचने वालों में प्रसाद को लेकर विवाद हो गया। मंदिर कमेटी के सदस्यों का कहना है कि यहां पर प्रसाद के रूप में लोगों को कुछ भी दे देते हैं। शनि देव के लिए प्रसाद के विक्रेता जो पोटली तैयार करके देते हैं, उसमें ऐसे नारियल होते हैं, जो बजते नहीं। श्मशानघाट से आते हैं नारियल सूखे नारियलों का प्रयोग श्मशानघाट पर मुर्दों को जलाने में किया जाता है। ज्यादा होने पर लोग वहां नारियल के कट्‌टे छोड़ आते हैं। जिनको श्मशानघाट की देखरेख करने वाले बाजार में बेच देते हैं। बाजार से ये नारियल प्रसाद बेचने वालों के पास आ जाते हैं। जिनको प्रसाद बेचने वाले लोगाें को प्रसाद के रूप में बेच देते हैं। बाद में मीटिंग से बनी सहमति, नहीं तो लगेगा 11 हजार जुर्माना इसके बाद प्रसाद बेचने वालों तथा मंदिर कमेटी की एक बैठक हुई। जिसमें कई कार्यों के लिए सहमति बनी। जिनमें सभी प्रसाद वाले पोटली बनाकर प्रसाद नहीं बेचने, सारा सामान खुला बेचने, अच्छी किस्म के उड़द, तिल, कपड़ा, साबुन बेचने, अन्य प्रसाद भी ताजा व बढ़िया बेचने, तेल की अच्छी कंपनी की बोतलें रखना आदि शामिल हैं। प्रसाद वालों में सहमति बनी कि अगर उनके द्वारा बेचे जाने वाले प्रसाद की क्वालिटी अच्छी नहीं मिली तथा नियमों का पालन नहीं हुआ 11 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इस बारे में श्री शनिश्चर महाराज मंदिर ट्रस्ट के प्रधान मुकेश कुमार ने बताया कि प्रसाद विक्रेताओं द्वारा बेकार प्रसाद बेचने की शिकायतें आ रही थी। जिन पर संज्ञान लेकर प्रसाद बेचने वालों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। इन नियमों का अगर पालन नहीं हुआ तो प्रसाद बेचने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा।

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