हरियाणा के नारनौल में सीएम फ्लाइंग व गुप्तचर विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए शुक्रवार शाम को एक निजी अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी रही। वहीं छापामार कार्रवाई के दौरान एचएसआईआईडीसी के मैनेजर ज्ञानवीर सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाया गया था। सीएम फ्लाइंग को गांव धौलेड़ा में एक फर्जी अस्पताल चलने की सूचना मिली। इस अस्पताल का डाक्टर अपने आपके पास आयुर्वेदिक डिग्री का दावा कर रहा था, मगर वह एलोपैथिक दवाएं मरीजों को दे रहा था।जिसके बाद टीम ने सभी के साथ मिलकर वहां के स्वास्तिक अस्पताल में छापा मारा। डाक्टर बता कर रहा था इलाज इस दौरान वहां मौजूद कनीना के कैमला गांव निवासी श्रवण कुमार नामक व्यक्ति डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज करता मिला। टीम द्वारा दस्तावेज मांगने पर उसके पास अस्पताल से जुड़ा कोई पंजीकरण नहीं मिला, न कोई वैध डिग्री या डिप्लोमा। खुलासा हुआ कि आरोपी आयुर्वेदिक पृष्ठभूमि का दावा कर रहा था, लेकिन एलोपैथिक दवाइयां धड़ल्ले से मरीजों को दे रहा था। वहां पर कई प्रकार की दवाइयां भी मिली। एसएचओ को दी शिकायत
स्वास्थ्य विभाग से शामिल डॉक्टर पवन छिल्लर और डॉ. ललित मोहन (आयुर्वेद अधिकारी) ने मौके पर थाना प्रबंधक निजामपुर को लिखित शिकायत सौंपी। जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और झोलाछाप डॉक्टर को हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
नारनौल में सीएम फ्लाइंग का निजी अस्पताल में छापा:डाक्टर नहीं दिखा पाया कोई भी डिग्री, बोला मैं आयुर्वेदिक डाॅक्टर
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