इससे पहले व्यापारियों ने कमिश्नर को साफ-सफाई के न होने, कूड़े की लिफ्टिंग रोजाना न होने, सड़कों का पुर्ननिर्माण, स्ट्रीट लाइटें बंद रहने, सीवरेज जाम रहने, ट्रैफिक लाइटें बंद रहने, बाजारों में आवारा कुत्तों की भरमार, पार्किंग की समस्या, रेहड़ी-फड़ी वालों द्वारा कूड़ा डंपिंग जैसी समस्याओं पर चर्चा की। कमिश्नर औलख ने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा। मीटिंग में सुरिंदर दुगल, समीर जैन, रंजन अग्रवाल, बलबीर भसीन, संजीव भाटियान, जयदीप सिंह आरके ठाकुर, अमित कोहली, राणा महाजन इत्यादि विशेष तौर से मौजूद थे। निगम कमिश्नर ने बताया कि जब उन्होंने ज्वाइन किया था तो शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए थे। अवरडा कंपनी द्वारा काम ठीक से नहीं किया जा रहा था। इस समय निगम अपनी ट्रॉलियों और अवरडा कंपनी की गाड़ियों से शहर से कूड़ा उठा रहा है। कंपनी का कार्यकाल खत्म होने के बाद शहर की कूड़े की समस्या के समाधान के लिए 3 टेंडर लगाए गए है, जिनमें से भगतांवाला डंप पर पड़े कूड़े के ढेर को खत्म करने के लिए कंपनी को वर्क ऑर्डर दे दिया गया है और अगले 8 माह में सारा कूड़ा खत्म कर दिया जाएगा। कूड़ा उठाने और ढुलाई के काम के लिए 2 अलग-अलग टेंडर भी जल्द ही फाइनल कर दिए जाएंगे। सीवरेज की समस्या के समाधान के लिए शहर में 3 एसटीपी प्लांट लगाए गए हैं। स्ट्रीट लाइट प्वाइंटों के बारे में कमिश्नर ने बताया कि इस समय शहर की 99 प्रतिशत स्ट्रीट लाइट्स चालू हालत में हैं और विभाग दिन-रात इसकी निगरानी कर रहा है। आवारा कुत्तों के बारे में कमिश्नर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार निगम कुत्तों की नसबंदी करके उन्हें वापस उसी जगह छोड़ देता है जहां से उन्हें ले जाया जाता है।
निगम कमिश्नर ने समस्याओं का समाधान करने का दिलाया भरोसा
1