निर्जला एकादशी पर पितरों की आत्मिक शांति के लिए मंदिरों में चढ़ाए शीतल भोग

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | अमृतसर निर्जला एकादशी पर पितरों को गर्मी के प्रभाव से राहत देने और उनकी आत्मिक शांति के लिए भक्तों ने मंदिरों में जाकर ठंडाई का सामान भगवान को अर्पित किया। भक्तजन सुबह से ही मिट्टी का घड़ा, शरबत, खरबूजे, हाथ पंखे, ठंडाई समेत अन्य ठंडी चीजें लेकर मंदिरों में पहुंचे। उन्होंने प्रभु को सारा सामान चढ़ाकर पितरों की आत्मिक शांति की प्रार्थना करवाई। वहीं दुर्ग्याणा में निर्जला एकादशी पर मंदिर के मुख्य पुजारी की तरफ से श्री लक्ष्मी नारायण श्री राम परिवार, श्री राधा कृष्ण और गोवर्धन नाथ जी को दुध, दही, शहद, देसी घी, शक्कर, गंगा जल से पंचामृत स्नान कराया। करीब एक घंटे चले पंचामृत स्नान दौरान पंडितों ने मंत्रोच्चारण जारी रखा। इसके बाद मंदिर के सभी विग्रहों का सुंदर शृंगार करके सोने के गहने धारण करवाए। आरती के पश्चात भक्तों ने मिलकर हरिनाम संकीर्तन किया। इसी दौरान भक्तों ने भगवान को भोग लगाने के लिए खरबूजे, शरबत समेत शरदाई प्रसाद के रूप में चढ़ाई। वहीं दोपहर को मंदिर कमेटी की तरफ से ठंडे मीठे जल की छबील लगाई। इस मौके पर मंदिर कमेटी की प्रधान प्रो. लक्ष्मी कांता चावला, महासचिव अरुण खन्ना, वित्त सचिव बिमल कुमार, मेनेजर अनिल शर्मा, संजीव खन्ना, संजय मेहरा, विशाल भल्ला, राजकुमार मौजूद रहे। शिवाला बाग भाइयां में छबील और भंडारा इसी तरह शिवाला बाग भाइयां में निर्जला एकादशी पर ठंडे मीठे जल की छबील लगाई। मंदिर के प्रधान जतिंदर अरोड़ा और महासचिव संजय अरोड़ा की अध्यक्षता में लगाई छबील सुबह से शाम तक चली। इसी दौरान भंडारा भी लगाया गया जो शाम तक चला। इससे पहले मंदिर के पुजारियों ने मंत्रोच्चारण करके शिवलिंग समेत अन्य विग्रहों की आरती की। इस मौके पर भक्तों ने शिवलिंग की पूजा अर्चना करके शरबत समेत अन्य सामान भेंट किया। वहीं शाम को आरती के बाद भक्तों और मंदिर ट्रस्टियों ने मिलकर शिवलिंग का फलों से शृंगार किया। वहीं शिवालय मंदिर के अंदर पानी भरा ताकि भगवान भोलेनाथ को गर्मी न लगे। इसी तरह गोपाल मंदिर, श्री गंगाहर सनातन धर्म मंदिर, श्री सनातन धर्म पंजाब महाबीर दल श्री हनुमान मंदिर, गायत्री मंदिर समेत शहर के अन्य मंदिरों में निर्जला एकादशी मनाई गई।

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