शेरपुर क्षेत्र में खाली प्लॉट में नीले ड्रम में बोरे में बंधी युवक की लाश मिली है। हत्या के बाद युवक का शव जलाया गया है। हाथ-पैर तोड़कर युवक का शव ड्रम में बंद कर फेंक दिया गया। शव दो से तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। शव में कीड़े पड़ चुके थे। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। जानकारी के अनुसार शेरपुर क्षेत्र में खाली प्लॉट में बुधवार की सुबह 9 बजे युवक कूड़ा बीन रहे थे। तभी उनकी नजर प्लॉट में मौजूद नीले ड्रम पर पड़ी। ड्रम से बदबू उठ रही थी। उन्होंने इसकी सूचना पास ही मौजूद ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारियों को दी। कर्मचारियों ने सूचना डिवीजन नंबर छह की पुलिस को दी जिसके बाद इंस्पेक्टर कुलवंत कौर, एएसआई दविंदर सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ड्रम खोला तो उसमें सफेद बोरी बंधी हुई मिली जिसमें से तेज दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने बोरी की गांठ खाली तो चादर में लिपटे युवक का शव सड़ी गली हालत में मिला। मृतक का शरीर काला पड़ा था। अंदेशा है कि युवक के शव को जलाया गया था। थाना प्रभारी कुलवंत कौर न बताया कि मृतक की उम्र करीब 35-40 साल है। जहां लाश मिली, वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। प्लॉट का एक हिस्सा रेलवे ट्रैक से जुड़ा है। इससे पुलिस ये मानकर चल रही है कि हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी इलाके से वाकिफ थे। रेलवे ट्रैक वाले हिस्से में सीसीटीवी नहीं होने से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस को अंदेशा है कि शव को ठिकाने रेलवे ट्रक की ओर से लगाया गया है ताकि आरोपी किसी कैमरे की जद में नहीं आ सकें। नीले ड्रम में मिली लाश को आरोपियों ने रात में ठिकाने लगाया। क्योंकि यह भीड़भाड़ वाला इलाका है जहां फैक्ट्रियां होने के कारण प्रवासी अधिक संख्या में आसपास रहते हैं। लुधियाना में हत्या में नीले ड्रम का इस्तेमाल होने से उत्तर प्रदेश के मेरठ में नीले ड्रम जैसे हत्याकांड की यादें ताज हो गईं। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास नीले ड्रम बेचने वालों से इस संबंध में पूछताछ की है। पुलिस सीसीटीवी भी चेक कर रही है कि बीते दिनों किन किन लोगों ने नीला ड्रम खरीदा है। पुलिस फैक्ट्रियों से भी पता लगाने का प्रयास कर रही है। जहां शव मिला, वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं सफेद बोरी में बांधकर शव को नीले ड्रम में रखा गया था शेरपुर फ्लाईओवर पर सूटकेस में 8 टुकड़ों में मिली लाश के मामले का खुलासा नहीं हो सका है। 14 महीने से ज्यादा समय बीत गया है लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। लाश का धड़ सूटकेस में पैक किया गया था जबकि सिर, हाथ और पैर काटकर रेलवे ट्रैक पर फेंके गए थे। यह सूटकेस यहां कौन फेंककर गया, इसका पता नहीं चल सका।
नीले ड्रम में सड़ा शव मिला, हत्या के बाद जलाने का शक, हाथ-पैर तोड़े
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