हरियाणा के जिन जिलों में बारिश हुई है उनमें नूंह जिला भी शामिल है। अधिक बरसात होने के कारण नूंह शहर के साथ–साथ दर्जनों गांवों में जल भराव की स्थिति बनी हुई है। वहीं सरकारी स्कूलों में भी पानी खड़ा हो गया है। जिले के ऐसे 10 स्कूल है,जिनके प्रांगण में पानी भरा हुआ है। स्कूलों में जलभराव से न केवल बच्चों को बैठने में समस्या हो रही है बल्कि जो स्कूल जर्जर है, उनके गिरने का डर भी बच्चों को सता रहा है। हालांकि नूंह से कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद ने जिला प्रशासन से स्कूलों में अवकाश घोषित करने की मांग की है, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो सके। लेकिन उनकी मांग पर अभी कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। करीब 10 स्कूलों में हालत ज्यादा जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से नूंह में तेज बारिश हो रही है। सोमवार को जहां नूंह जिले में 140 एमएम बारिश दर्ज की गई थी वहीं मंगलवार को 131 एमएम बारिश दर्ज हुई। लगातार हो रही बरसात से जिले की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है। जिले के ऐसे 10 स्कूल है जिनमें ज़्यादा पानी भरने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इन स्कूलों में राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय नूंह, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय देवला नंगली , राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ा खलीलपुर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ा नूंह, राजकीय माध्यमिक विद्यालय गुंडबास, राजकीय मॉडल स्कूल बंगडाका, राजकीय प्राथमिक पाठशाला टाईं और राजकीय माध्यमिक विद्यालय जैवत सहित अन्य स्कूल शामिल है। सिर पर बैग लेकर स्कूल में पहुंच रहे बच्चे राजकीय प्राथमिक पाठशाला टाईं के स्कूल में पहुंचने वाले बच्चे अपने सिर पर बैग लेकर जाते हुए दिखाई दिए। दरअसल स्कूल के कमरों में बारिश का पानी भर जाने के बाद अध्यापकों द्वारा उन्हें दूसरे कमरों में शिफ्ट किया जा रहा था। वहीं गांव गुंडाबास का स्कूल भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया। स्कूल में कोई कमरा ऐसा नहीं बचा, जिसमें बच्चे बैठकर पढ़ाई कर सके। इसके साथ ही खेड़ला के स्कूल के चारों तरफ जहां जलभराव की स्थिति बनी हुई है,वहीं स्कूल परिसर पूरी तरह से भर चुका है। इसी तरह से अन्य स्कूलों में भी बारिश के पानी ने पूरी तबाही मचाई हुई है। विधायक आफताब बोले स्कूलों की छुट्टी होनी चाहिए कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद ने कहा कि इस बार औसतन से ज्यादा बारिश हुई है। हरियाणा में तेज बारिश की चपेट में आने वाले जिलों में नूंह जिला भी शामिल है। जलभराव की समस्या पिछले दो महीने से बनी हुई है। इस समय नूंह के हालत काफी चिंताजनक है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में हालात और भी ज़्यादा खराब होंगे। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि स्कूलों में पानी भरने के पश्चात अवकाश घोषित करना चाहिए क्योंकि बच्चों की सुरक्षा के लिए घना पानी खतरा हो सकता है।
नूंह के स्कूलों में भरा पानी:सिर पर बैग रखकर जा रहे बच्चे,कमरों में घुसा पानी,हादसों का सता रहा डर
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