हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव डूंगरान शहजादपुर गांव के एक ही परिवार के तीन बेटों का इंडियन आर्मी में सिलेक्शन होने पर परिवार सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल है। करीब 8 महीने की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जब दो भाई घर पहुंचे तो परिवार के लोगों ने दोनों का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। दोनों अग्निवीर है जो चचेरे भाई है। इनका एक भाई 6 साल पहले फौज में भर्ती हुआ था। जो अभी सूबेदार पद पर तैनात है। 2019 में बड़ा भाई हुआ था भर्ती ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अफरोज पुत्र सहूद व मोहम्मद अफसार पुत्र कामिल हुसैन अपने घर पहुंचे। जहां पर उनका फूल मालाओं से स्वागत किया गया। पिता सहूद खान ने बताया कि उनके चार बेटे हैं जिनमें से दो का इंडियन आर्मी में चयन हुआ है। साल 2019 में अंसार अहमद का सेलेक्शन हुआ था जो हाल ही में नायब सुबेदार के पद पर वेस्ट बंगाल में अपनी सेवाएं दे रहा है। 6 साल बाद साल 2024 में अफरोज व भाई कामिल का लड़का मोहम्मद अफसार का चयन हुआ। जो आठ माह की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद घर वापस लौटे हैं। पिता शहूद का कहना है कि मेरी दिली तमन्ना थी कि बेटे देश की सेवा करें। बेटों के सिलेक्शन के बाद बहुत खुश हूं। 4 हजार की आबादी वाले गांव में 10 सरकारी नौकरी शहूद व कामिल दोनों सगे भाई है और खेती बाड़ी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। बच्चों की उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। घर पहुंचने पर सेना के जवानों का फूल मालाओं से जबरदस्त स्वागत किया गया। करीब चार हजार आबादी वाले डूंगरान शहजादपुर गांव में मात्र दस लोग ही सरकारी सेवाएं दे रहे हैं। जिनमें से चार नौजवान इंडियन आर्मी में हैं। गांव में पहली बार एक ही परिवार के युवाओं का सेना में सेलेक्शन होने पर पूरे परिवार व गांव में खुशी का माहौल है।
नूंह में एक परिवार के 3 भाई फौजी:ट्रेनिंग पूरी कर घर लौटे 2 भाई,फूल मालाओं से हुआ स्वागत,एक भाई सूबेदार
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