हरियाणा के नूंह जिले के रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव आटा–बारोटा के समीप दूध लेकर स्कूटी से घर जा रही एक नाबालिग लड़की पर मनचलों द्वारा शराब की बोतल हमला कर घायल करने के मामले में पुलिस चार दिन बाद जागी है। पहले जहां पुलिस ने पीड़ित परिवार से कार्रवाई के नाम पर तीन दिनों तक थाने के चक्कर कटवाए। वहीं अब एसएचओ ,डीएसपी और एसपी पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वाशन दे रहे है। फ़िलहाल एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो डीएसपी के नेतृत्व में 6 अलग-अलग टीमों का गठन किया है। फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक नूंह राजेश कुमार ने बुधवार की देर शाम गांव आटा-बारोटा पहुंचकर पीड़ित लड़की व उसके परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें आश्वासन दिया कि नूंह पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले में हरसंभव कानूनी कार्रवाई कर दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का भी मुआयना किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़ित लड़की के परिजनों की शिकायत के आधार पर 15 जुलाई को ही अज्ञात लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया था। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए दो डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की 6 अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। इन सभी टीमों को उचित व त्वरित जांच के निर्देश दिए गए हैं। दूध लेकर घर जा रही थी नाबालिग रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव आटा-बारोटा में 12 जुलाई की शाम 7:45 स्कूटी पर पड़ोसी के दो छोटे बच्चे (10 व 5 साल) के साथ आटा गांव की 17 वर्षीय दीपाली सिंह पुत्री विनय सिंह 500 मीटर दूरी पर बारोटा रोड से दूध लेकर घर लौट रही थी, तो बाइक पर सवार दो मनचले अपनी बाइक को स्कूटी के आगे घुमा-घुमा कर चल रहे थे। इस बात को लेकर दिपाली ने उन्हें सिर्फ इतना ही बोला कि इस बाइक को ढंग से चला लो, लेकिन उक्त दोनों युवकों को दिपाली की यह बात इतनी नागवारी लगी, उन्होंने बाइक रोक कर हाथ में ली हुई शराब से भरी बोतल किशोरी के मुंह पर मार दी। लड़की की मुंह पर लगे कांच के टुकड़े से न केवल वह लहूलुहान हो गई बल्कि उसके दांत भी टूट गई। साथ ही खून से लथपथ दीपाली छोटे बच्चों सहित स्कूटी से गिर गई। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक फरार हो गए। रोते हुए घर पहुंची पीड़िता घायल अवस्था में दिपाली स्कूटी छोड़कर रोते हुए किसी तरह घर पहुंची तो खून से लथपथ बेटी की चेहरे को देख परिजन दंग रह गए और बेटी की स्थिति को देखते परिजन सोहना के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे। यहां पुलिस को 112 नंबर पर वारदात की सूचना दी। वहीं दिपाली की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद रात को मेडिकल कॉलेज नल्हड़ पहुंचने के बाद डॉक्टरों द्वारा दिपाली के चेहरे पर 35 टांके लगाए। इस वारदात ने डी-फार्मा की पढ़ाई करने वाली पीड़िता दिपाली की ऐसी हालत कर दी कि वह कुछ बोल तक नहीं सकती साथ ही खाना तो दूर पानी तक ठीक ढंग से पी नहीं सकती। पुलिस ने नहीं की सुनवाई वहीं इस मामले को रोजकामेव थाना पुलिस ने भी गंभीर नहीं लिया। पीड़िता के पिता विनय सिंह अगले दिन 13 जुलाई की सुबह रोजकामेव थाना में शिकायत लेकर पहुंचे, लेकिन उन्हें 14 जुलाई को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा होने की बात बोलकर 15 जुलाई को मामले पर कार्रवाई करने की बात कहकर टरका दिया। पीड़िता की माँ नेहा ने कहा कि पुलिस ने थाने में कोई सुनवाई नहीं की। पीड़ित बेटी को साथ लेकर थाने में कई घंटे बैठना पड़ा। अगर पुलिस पहले कार्रवाई करती तो आज आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होते। वहीं नूंह के डीएसपी मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
नूंह में छात्रा पर हमला एक्शन में पुलिस:फॉरेंसिक टीम के साथ SP ने की मुलाकात,2 DSP के नेतृत्व में 6 टीम गठित
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