हरियाणा के नूंह जिले के गांव मालब में बाल संरक्षक अधिकारी (बालविवाह निषेध) ने एक नाबालिग किशोरी की शादी को रुकवाया है। घर में शादी की सभी तैयारियां पूरी थी। पंडाल सज चुका है और लोग खाना खाने लगे हैं। मेहमानों से घर भी भरा हुआ। इसके साथ ही दुल्हन बनने वाली लड़की को निकाह के तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया था, लेकिन ऐन मौके पर पुलिसबल के साथ पहुंची महिला अधिकारी ने निकाह रूकवा दिया। परिवार के लोगों के कड़े विरोध के बाद आखिरकार इन्हें निकाह रोकने के लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत सहमति देनी पड़ी। घर में शादी करने की हो रही थी तैयारी बाल संरक्षक अधिकारी (बालविवाह निषेध) मधु जैन ने बताया उन्हें किसी ने फोन कर सूचना दी कि मालब में नाबालिग किशोरी की शादी करने की तैयारी हो रही है। आनन फानन में मधु जैन पुलिस टीम के साथ किशोरी के घर पहुंची। टीम ने परिवार के लोगों से बात की तो परिजनों ने पहले तो दुल्हन बनने वाली लड़की के जन्म संबंधी दस्तावेज दिखाने से इंकार कर दिया, लेकिन समझाईश के बाद जब दस्तावेज दिखाए तो किशोरी की आयु 16 वर्ष मिली। इसके बाद टीम ने तत्काल निकाह रोकने के लिए कहा। परिवार के लोगों से लिया हलफनामा परिवार के लोग, रिश्तेदार और गांव के मौजीजजनों ने बाल संरक्षक अधिकारी (बालविवाह निषेध) मधु जैन के समक्ष परिवार की स्थिति का हवाला देकर शादी हो जाने समेत तमाम तरह की दलीलें दी, लेकिन टीम ने किसी भी सूरत में निकाह की अनुमति देने से इंकार कर दिया। ऐसा करने पर परिवार वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी तो परिजनों ने किशोरी के बालिग होने तक शादी नहीं करने का हल्फनामा दिया। परिवार के लोगों ने टीम को आश्वासन दिया कि शादी की कानूनी आयु होने के बाद ही किशोरी का शादी करेंगे। किशोरी की बारात करीब 11 किलोमीटर दूर नूंह के गांव गुंडबास से गांव मालब पहुंचनी थी। लेकिन दुल्हन बनने वाली किशोरी के परिजनों ने वर पक्ष के लोगों को फोन कर बारात लेकर आने से इंकार क र दिया।
नूंह में नाबालिग की शादी रुकवाई:दरवाजे पर आने वाली थी बारात, खाने खा रहे थे रिश्तेदार,16 साल की निकली लड़की
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