नूंह में मनचलों का आतंक:दूध लेकर जा रही लड़की के मुंह पर शराब की बोतल से हमला,3 दिन बाद केस

by Carbonmedia
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सेवा सुरक्षा और सहयोग का दम भरने वाली हरियाणा पुलिस के बार फिर सवालों के घेरे में आ गई। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाती है, वहीं दूसरी तरफ नूंह पुलिस इस नारे को पलीता लगाने का काम कर रही है। ऐसा ही एक मामला रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव आटा–बारोटा के समीप से सामने आया है। जहां दूध लेकर स्कूटी से घर जा रही एक नाबालिग लड़की पर मनचलों दारू की बोतल हमला कर दिया। जिसमें नाबालिग लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। लड़की की मुंह पर लगे कांच के टुकड़े से न केवल वह लहूलुहान हो गई बल्कि उसके दांत भी टूट गई। यहां हैरानी की बात यह देखने को मिली कि पुलिस ने शिकायत के 3 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। जब मामला मीडिया में उठा तो पुलिस ने आनन फानन में दो अज्ञात बाइक सवार हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। दूध लेकर घर जा रही थी नाबालिग रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव आटा-बारोटा के समीप बीती 12 जुलाई की शाम 7:45 स्कूटी पर पड़ोसी के दो छोटे बच्चे (10 व 5 साल) के साथ आटा गांव की 17 वर्षीय दीपाली सिंह पुत्री विनय सिंह 500 मीटर दूरी पर बारोटा रोड से दूध लेकर घर लौट रही थी तो बाइक पर सवार दो मनचले अपनी बाइक को स्कूटी के आगे घुमा-घुमा कर चल रहे थे। इस बात को लेकर दिपाली ने उन्हें सिर्फ इतना ही बोला कि इस बाइक को ढंग से चला लो, लेकिन उक्त दोनों युवकों को दिपाली की यह बात इतनी नागवारी लगी की उन्होंने बाइक रोक कर हाथ में ली हुई शराब से भरी बोतल किशोरी के मुंह पर मार दी। इस हमले में तीन दांत टूट गए। साथ ही खून से लथपथ दीपाली छोटे बच्चों सहित स्कूटी से गिर गई। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक फरार हो गए। रोते हुए घर पहुंची पीड़िता घायल अवस्था में दिपाली स्कूटी छोड़कर रोते हुए किसी तरह घर पहुंची तो खून से लथपथ बेटी की चेहरे को देख परिजन दंग रह गए और बेटी की स्थिति को देखते परिजन सोहना के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे। यहां पुलिस को 112 नंबर पर वारदात की सूचना दी। वहीं दिपाली की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद रात को मेडिकल कॉलेज नल्हड़ पहुंचने के बाद डॉक्टरों द्वारा दिपाली के चेहरे पर 35 टांके लगाए। इस वारदात ने डी-फार्मा की पढ़ाई करने वाली पीड़िता दिपाली की ऐसी हालत कर दी कि वह कुछ बोल तक नहीं सकती साथ ही खाना तो दूर पानी तक ठीक ढंग से पी नहीं सकती। पुलिस ने नहीं की सुनवाई वहीं इस मामले को रोजकामेव थाना पुलिस ने भी गंभीर नहीं लिया। पीड़िता के पिता विनय सिंह अगले दिन 13 जुलाई की सुबह रोजकामेव थाना में शिकायत लेकर पहुंचे, लेकिन उन्हें 14 जुलाई को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा होने की बात बोलकर 15 जुलाई को मामले पर कार्रवाई करने की बात कहकर टरका दिया। वहीं इसके बाद पीड़ित 15 जुलाई की सुबह पहुंचे तो यहां पुलिसकर्मी अनिल ने अब कोर्ट जाने और अभी टाइम नहीं है कि बात कहते हुए शाम को मामला देखने को बोला। वहीं ऐसा देखते हुए परिजनों ने थाने में हंगामा कर दिया,जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर तुरंत जाने को तैयार हुई। पीड़िता की माँ नेहा ने कहा कि पुलिस ने थाने में कोई सुनवाई नहीं की। पीड़ित बेटी को साथ लेकर थाने में कई घंटे बैठना पड़ा। यहां हमें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद मीडिया को बुलाने और थाने में धरना देने की बात बोलने पर पुलिसकर्मी तब जाकर साथ चलने को तैयार हुए। बेलगाम हुए जिले के पुलिस अधिकारी इन दिनों नूंह पुलिस के अधिकारी बेलगाम है। किसी मामले को लेकर संबंधित थाना प्रभारी को फोन किया जाता है तो वह फोन उठाना उचित नहीं समझते। रोजकामेव थाना प्रभारी को जब इस मामले को लेकर फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। कई बार फोन काट दिया गया। वहीं पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने कहा कि इस मामले में बीते दिन देर शाम को दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभी आरोपी पुलिस गिरफ्तारी से दूर है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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