हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका खंड के गांव रीगढ़ में हुए मनरेगा योजना के घोटाले की जांच शुरू हो गई है। शिकायत के आधार पर विकास कार्यों की जांच करने मनरेगा लोकपाल रविन्द्र चौहान गांव पहुंचे। जहां सरपंच और शिकायतकर्ताओं की मौजूदगी में सरपंच और शिकायतकर्ता की मौजूदगी में सभी कार्यों की बारीकी से जांच की गई। इतना ही नहीं, लोकपाल ने अपने स्तर पर गांव के अलग-अलग लोगों से भी जानकारी प्राप्त की। सरपंच और शिकायतकर्ताओं को गुरुवार को साक्ष्य सबूतों के साथ नूंह लोकपाल कार्यालय में बुलाया गया है। मौके पर पहुंचकर की गई जांच शिकायतकर्ता सुलेमान उर्फ सुल्ली, एहसान, अजहरुद्दीन व हाजर ने बताया कि गांव रीगढ़ के सरपंच ने मनरेगा स्कीम के तहत कराये गये विकास कार्यों में धांधली की है। जिसकी शिकायत जिला उपायुक्त, सीईओ नूंह, लोकपाल नूंह, हरियाणा चीफ सेक्रेटरी व सीआईडी चीफ सहित कई अधिकारियों को दी गई। शिकायत के आधार पर लोकपाल रीगढ़ गांव में हुए विकास कार्यों की जांच करने पहुंचे। लोकपाल ने गांव के अलग-अलग लोगों से भी जानकारी इकट्ठी की। कई कार्यों की कराई जांच शिकायतकर्ताओं ने डूंगरपुरिया वाली मस्जिद से लेकर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे तक, फकरूदीन पुत्र आसीन के घर से वाजिद पुत्र जुहुरु के घर तक, पहाड़ की वाल में बनाया गया बांध, फत्ते मोहम्मद पुत्र इसब के मकान के पास बना तालाब की भी जांच कराई गई है। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा स्कीम के तहत कराये गये विकास कार्यों में धांधली होने की आशंका जताई है। अब देखना यह होगा कि लोकपाल द्वारा की गई जांच में क्या तथ्य निकलकर सामने आते हैं। लोकपाल रविंद्र चौहान ने बताया कि अभी जांच चल रही है। गुरुवार को साक्ष्यों के साथ सरपंच व शिकायतकर्ता को नूंह कार्यालय पर बुलाया गया है। जो तथ्य निकलकर सामने आयेंगे उसी आधार पर निष्पक्ष रूप से कानून कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नूंह में मनरेगा में धांधली:गांव रीगढ़ में जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल,रिकॉर्ड के साथ कार्यालय बुलाया
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