हरियाणा के नूंह जिले में अरावली पहाड़ी पर अवैध खनन रोकने के प्रयासों को धत्ता बताते हुए खनन माफिया ने फिर ब्लास्ट कर पहाड़ तोड़ दिया। टूटे हुए पहाड़ राजस्थान सीमा क्षेत्र के गांव में जा गिरा। सूचना मिलने पर एसडीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ तत्काल मौके का निरीक्षण किया। हालांकि सरपंच का दावा है कि लंबे समय बाद राजस्थान की ओर से खनन शुरू करने के कारण पहाड़ को नुकसान हुआ है। फिलहाल एसडीएम ने खनन माफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई करने की सिफारिश की है। राजस्थान की सीमा में खंड थे ट्रक और मशीन जानकारी के मुताबिक फिरोजपुर झिरका के गांव पथराली के चरवाहो की सूचना पर सरपंच फारुख ने पूरे मामले से एसडीएम लक्ष्मीनारायण को अवगत करवाया। एसडीएम ने वन, इंफोर्समेंट विंग और पुलिस अधिकारियों को साथ ले मौके का निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि मौके पर कई ट्रक और मशीनें मौजूद थी, लेकिन ये सब राजस्थान की सीमा में थे। उन्होंने बताया कि राजस्थान सीमा में अरावली पहाड़ी पर खनन कार्य के लिए लीज दी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रथमिक तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि हरियाणा के हिस्से का पहाड़ गिराया गया है। यह कैसे, कब और क्यों गिरा, यह जांच का विषय है। डिमार्केशन के बाद पता चलेगा कितना पहाड़ गिरा एसडीएम ने कहा कि खनन विभाग की टीम व क्षेत्र की डिमार्केशन के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि हरियाणा के हिस्से का कितना पहाड़ राजस्थान सीमा में गिरा है। दूसरी तरफ, गांव के सरपंच फारुख ने बताया कि राजस्थान सरकार ने उदेला गांव के पहाड़ में दो लीज दे रखी हैं। करीब पांच साल पहले एक हादसे के बाद खनन कार्य बंद कर दिया गया था। अब हाल ही में कंपनी ने दोबारा काम शुरू किया है। उन्होंने बताया कि नीचे खुदाई होने के कारण हरियाणा के हिस्से के पहाड़ को नुकसान हुआ, जिसकी सूचना चरवाहों के माध्यम से मिली तो तत्काल एसडीएम को अवगत करवा दिया गया। सरपंच की भूमिका पर संदेह गौरतलब है कि हाल ही में बसईमेव गांव में अवैध खनन को लेकर चकबंदी विभाग के तीन अधिकारियों समेत चार लोगों को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है। जबकि निवर्तमान सरपंच समेत तीन की गिरफ्तारी पर 50-50 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है। वहीं आगे एसीबी जांच में जुटी हुई है। सूत्रों की माने यह पहाड़ काफी दिनों से चल रहा था। लेकिन गांव के सरपंच ने उस समय कोई सूचना अधिकारियों को नहीं दी। अब जब एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गांव बसई मेव के पूर्व सरपंच सहित अन्य खनन माफियाओं पर सिकंजा कसा है तो सरपंच ने एसडीएम को अवैध खनन की सूचना दी है। बसई मेव की तरह यहां भी निष्पक्ष जांच हुई तो गांव के सरपंच की भूमिका भी इसमें मिल सकती है। एसडीएम बोले खनन माफियाओं पर होगी FIR फिरोजपुर झिरका एसडीएम लक्ष्मीनारायण ने कहा कि सरपंच की शिकायत पर उन्होंने पहाड़ का निरीक्षण किया। प्रथम जांच में सामने आया है कि हरियाणा की तरफ से पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा राजस्थान की तरफ गिरा हुआ है। खनन विभाग से डिमार्केशन कराई जाएगी। जिसके बाद पता चल पायेगा कि कितना पहाड़ गिराया गया है। उन्होंने रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है। वहीं खनन माफियाओं की पहचान की जा रही है। सभी के खिलाफ FIR कराई जाएगी। किसी भी खनन माफिया को बख्शा नहीं जायेगा।
नूंह में विस्फोट कर तोड़ा पहाड़:राजस्थान की सीमा में गिरी टूटे पहाड़ की सामग्री,दलबल के साथ पहुंचे SDM
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