हरियाणा के नूंह जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश की भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिले में सड़कों के निर्माण में जमकर गोलमाल किया जा रहा है। जिले में कई सड़कें ऐसी है जो बनने के कुछ दिन बाद ही टूटने लगी है। पुन्हाना उपमंडल के गांव बिछोर में करीब 1 साल पहले बनी सड़क जगह–जगह से उखड़ने लगी है। ग्रामीणों का आरोप है कि ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग की सड़क के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी शिकायत अब गांव के एक युवक ने लोक निर्माण विभाग के मंत्री रणबीर सिंह गंगवा को देकर जांच कराने की मांग की है। वहीं मंत्री ने शिकायत पर संज्ञान लेते अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए है। मानकों की अनदेखी का लगाया आरोप लोक निर्माण विभाग द्वारा पुन्हाना उपमंडल के गांव बिछौर में करीब 6 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था। हालांकि सड़क निर्माण के दौरान ग्रामीणों ने कुछ विरोध भी किया था ,लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से ठेकेदार पर करवाई नहीं हुई। परिक्रमा मार्ग में जमकर मानकों की अनदेखी की गई,लेकिन अधिकारियों ने इस और कुछ ध्यान नहीं दिया। जिसका खामियाजा अब ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। राजस्थान की सीमा से नीमका की सीमा तक सड़क में कई जगह गढ्ढे हो गए। वहीं सड़क के दोनों तरफ बनाए गए नाले भी बिना किसी नाप तोल के बनाए गए है। जिससे पानी मुख्य सड़क पर ही जमा हो जाता है। कई जगहों से नालों का निर्माण कार्य भी अधूरा है। 2023 में हुए थे 6 करोड़ मंजूर गांव बिछौर निवासी मुकेश कुमार ने मंत्री रणबीर सिंह गंगवा को दी शिकायत में बताया कि गांव बिछौर और नीमका से ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा गुजरती है। जिस मार्ग से परिक्रमा गुजरती है, वह मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका था। इस मार्ग की दुर्दशा बदलने के लिए वर्ष 2023 में करीब 6 करोड़ रुपए सरकार से मंजूर हुए थे, इसका निर्माण वर्ष 2024 में पूरा हो गया था। लेकिन इस निर्माण कार्य में काफी अनियमितताएं बरती गई थी जो बनने के साथ ही उखड़ने लगा था। जो अब आरएमसी के नीचे मिट्टी युक्त जीएसपी (कंक्रीट) डालने के कारण रोड जगह–जगह नीचे धंस गया है। मुकेश का आरोप है कि ठेकेदार ने PWD के अधिकारियों के साथ मिलकर रोड निर्माण मे घटिया सामग्री का प्रयोग करते हुए बिना मापदंड के निर्माण कार्य कर दिया। सम्बन्धित कनिष्ठ अभियंता की गैर मौजूदगी में बनी सड़क कहीं से ऊंची कहीं से नीची है। तो कहीं से चौड़ी, कहीं से छोटी कर दी गई है। नालों से नहीं निकलता पानी मुकेश ने बताया कि सड़क किनारे बने नालों में भी जमकर अनियमितताएं बरती गई। नाले अधूरे छोड़े हुए है। जिनमें से आगे पानी निकासी नहीं हो रही। नालों बिना किसी पैमाइश के ऊंचे नीचे बने हुए हैं। जिनमें हमेशा पानी खड़ा रहता है। नसों में भरे पानी में मक्खी मच्छर पनप रहे हैं और उनमें रोजाना छोटे बच्चे गिरकर चोटिल भी हो रहे हैं। अब बारिश का मौसम चल रहा है। हल्की सी बरसात के बाद पूरी सड़क पर पानी भर जाता है। वर्ष 2026 में परिक्रमा शुरू हो जाएगी। इस मार्ग से लाखों की संख्या में श्रद्धालु निकलेंगे । उससे पहले ही सड़क का बुरा हाल हो जाएगा। वहीं मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने मुकेश कुमार की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं।
नूंह में 1 साल बाद टूटी सड़क:6 करोड़ से हुआ था निर्माण,मंत्री रणबीर गंगवा के पास पहुंची शिकायत,जांच के दिए आदेश
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