भास्कर न्यूज|लुधियाना सीटी यूनिवर्सिटी में साइकोफेस्ट 2025 का आयोजन हुआ। यह फेस्टिवल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आर्ट्स, साइंस, ह्यूमैनिटीज और फिजिकल एजुकेशन की ओर से किया गया। थीम रही ट्रॉमा, हीलिंग और कहानियों का मनोविज्ञान। इस इंटर-कॉलेज फेस्ट में पंजाब और आसपास के राज्यों से छात्र शामिल हुए। मकसद था मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाना और कला के जरिए भावनाओं को अभिव्यक्त करना। यूनिवर्सिटी का कैंपस पूरे दिन रचनात्मक गतिविधियों से भरा रहा। छात्रों ने भावनात्मक नृत्य, संवेदनशील स्किट, पोस्टर मेकिंग और डिक्लेमेशन में भाग लिया। हर प्रस्तुति में गहरी समझ और दिल से जुड़ा अनुभव दिखा। इन प्रस्तुतियों में यह साफ नजर आया कि कैसे व्यक्तिगत, सांस्कृतिक और भावनात्मक कहानियां मानसिक मजबूती और हीलिंग में मदद करती हैं। सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ. मनबीर सिंह ने कहा कि साइकोफेस्ट 2025 हमारे विजन का हिस्सा है। हम शिक्षा के साथ-साथ छात्रों में सहानुभूति, भावनात्मक समझ और सच्चाई से सामना करने की ताकत भी विकसित करते हैं। छात्रों ने जिस तरह ट्रॉमा और हीलिंग को रचनात्मक रूप में पेश किया, वह सराहनीय है। स्कूल हेड डॉ. शफायत हुसैन ने कहा कि साइकोफेस्ट केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि संवाद का मंच है। यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी धारणाओं को तोड़ता है। युवा खुलकर बोलते हैं, समझते हैं और एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर, डीएसडब्ल्यू, इंजीनियर दविंदर सिंह को आयोजन की सफलता में अहम भूमिका निभाने के लिए विशेष रूप से सराहा गया। साइकोफेस्ट 2025 ने यह साबित किया कि सीटी यूनिवर्सिटी में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है। यहां छात्रों के मानसिक और भावनात्मक विकास को भी उतनी ही प्राथमिकता दी जाती है। यह आयोजन एक मिसाल बना कि कैसे कला, संवाद और संवेदना से हीलिंग और समझ को नई दिशा दी जा सकती है।
नृत्य, पोस्टर और कहानियों में दिखा ट्रॉमा और हीलिंग का मनोविज्ञान
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