MP BJP: मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 14 जून से पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की घोषणा की है. यह निर्णय ऐसे समय पर लिया गया है जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद पार्टी के कुछ नेताओं के विवादित बयानों को लेकर बीजेपी विपक्ष के निशाने पर है.
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बताया कि शिविर पहले से नियोजित था और इसे हालिया विवादों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. इस शिविर में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस तीन दिवसीय वर्कशॉप के पहले दिन 14 जून को पार्टी के नेताओं को संबोधित करेंगे, वहीं इस वर्कशाप का समापन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करेंगे. बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा, “प्रशिक्षण और संगठन बीजेपी की कार्यसंस्कृति का हिस्सा हैं. ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित होते हैं.”
पार्टी के अनुसार, शिविर का उद्देश्य नव-निर्वाचित विधायकों और नेताओं को पार्टी की नीतियों, विचारधारा और जनसंपर्क कौशल का प्रशिक्षण देना है. इससे पहले भी 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले सीहोर में ऐसा शिविर आयोजित किया गया था.
नेताओं के विवादित बयान बने सिरदर्द
हाल ही में बीजेपी के कई नेताओं के बयानों ने पार्टी को असहज स्थिति में ला दिया है. राज्य के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस पर हाईकोर्ट के निर्देश पर एफआईआर दर्ज हुई और सुप्रीम कोर्ट ने विशेष जांच दल गठित किया.
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा था कि भारत की सेना और सैनिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे नतमस्तक हैं. मंगावन से बीजेपी विधायक नरेंद्र प्रजापति ने दावा किया कि भारत-पाक युद्धविराम संयुक्त राष्ट्र के आदेश पर हुआ, अन्यथा “मोदी जी पाकिस्तान को खत्म कर देते.” इन बयानों को लेकर विपक्षी दलों ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक अभिनव बारोलिया ने बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर को एक “निरर्थक कवायद” करार दिया. उन्होंने कहा, “शक्तिपान में चूर बीजेपी नेताओं को लगता है कि वे राष्ट्र से ऊपर हैं. पचमढ़ी की ठंडी वादियों में होने वाला शिविर भी उनके बिगड़े बोलों पर कोई अंकुश नहीं लगा पाएगा.”
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