हरियाणा के जींद की आइस स्केटिंग खिलाड़ी चाहत नैन नेशनल लेवल की प्रतियोगिता में मेडल से चूक गई। प्रतियोगिता के फाइनल में मध्य प्रदेश की खिलाड़ी ने चाहत नैन को धक्का मार दिया, जिससे चाहत गिर गई और फाइनल प्रतियोगिता में पिछड़ गई। चाहत नैन और उसके परिवार के लोगों का आरोप है कि एसोसिएशन ने इस पर ऑब्जेक्शन नहीं लगवाया। उनके साथ अन्याय हुआ है। बिनैण खाप भी चाहत नैन के समर्थन में आ गई है। खाप ने कहा कि बेटी के साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। खिलाड़ी चाहत नैन के पिता प्रदीप नैन ने कहा कि 25 से 30 जून तक देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता हुई। इसमें हरियाणा की तरफ से एकमात्र खिलाड़ी चाहत नैन फाइनल में पहुंची। फाइनल में 6 खिलाड़ियों के बीच था मुकाबला फाइनल में हरियाणा की चाहत के अलावा लद्दाख से दो खिलाड़ी, महाराष्ट्र से दो खिलाड़ी और मध्य प्रदेश की एक खिलाड़ी के बीच 1500 मीटर आइस स्केटिंग का मुकाबला था। इसमें दौड़ शुरू होते ही मध्य प्रदेश की खिलाड़ी ने चाहत को धक्का मार दिया और वह फिसलकर ग्राउंड से बाहर गिर गई। इसके बाद उठकर चाहत दौड़ी भी लेकिन मुकाबले में नहीं जा पाई। इस कारण वह फाइनल में मेडल से चूक गई। प्रदीप नैन ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन था कि चाहत गोल्ड मेडल जीतेगी लेकिन रंजिशन मारे गए धक्के के कारण उसकी बेटी को प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। प्रदीप नैन ने कहा कि हरियाणा आइस स्केटिंग के महासचिव दीपक कोहाड़ टीम के साथ थे लेकिन उन्होंने इस पर ऑब्जेक्शन नहीं लगाया। नियमानुसार दूसरी खिलाड़ी होनी थी डिस्क्वालीफाई नियमानुसार अगर दूसरी खिलाड़ी इस तरह से धक्का मारकर गिरा देती है तो उस खिलाड़ी को डिस्क्वालीफाई कर दिया जाता है और गिरने वाली खिलाड़ी को अतिरिक्त प्वाइंट मिलता है। इसके बावजूद भी हरियाणा की एसोसिएशन द्वारा ऑब्जेक्शन नहीं लगाया गया। इस मामले में बिनैण खाप के प्रवक्ता रंगीराम नैन ने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री, केंद्रीय खेल मंत्री, राज्य खेल मंत्री व मंत्री कृष्ण बेदी व हरियाणा ओलिंपिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर आवाज उठाई जाएगी। इस दौरान आइस स्केटिंग एसोसिएशन के महासचिव दीपक कोहाड़ व दूसरे पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ चाहत नैन को न्याय दिलवाने की गुहार लगाएंगे। महासचिव की दूसरी खिलाड़ी को देना चाहते थे मौका चाहत के पिता प्रदीप नैन ने कहा कि हरियाणा आइस स्केटिंग के महासचिव दीपक कोहाड़ व एक अन्य पदाधिकारी शुरुआत से ही उसकी बेटी को हराना या प्रतियोगिता के बाहर निकालना चाहते थे। वे चाहत की बजाय बजाय अपनी पसंदीदा लड़की को मौका देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने ऑब्जेक्शन नहीं लगाया। चाहत नैन व उसके पिता प्रदीप ने महासचिव दीपक कोहाड़ को सबूत व मौके पर बनी वीडियो क्लिप दिखाकर आपत्ति उठाने के लिए कहा था। दीपक कोहाड़ ने जानबूझ कर इसको अनसुना कर दिया और चाहत पदक से चूक गई। परिवार के लोगों का कहना है कि एसोसिएशन के पदाधिकारी चाहत की जगह रोहतक के एक कोच की बेटी को खिलाना चाहते थे। महासचिव ने नकारे आरोप हरियाणा आइस स्केटिंग संघ के महासचिव दीपक कोहाड़ ने कहा कि राष्ट्रीय आइस स्केटिंग खेल भारतीय आइस स्केटिंग संघ द्वारा करवाए गए हैं। उन पर लगाए गए आरोपी निराधार हैं। चाहत नैन के गिरने पर टेक्निकल चीफ रैफरी के सामने आपत्ति जताई थी। चीफ रैफरी ने उसको फाउल नहीं बताया था। किसी भी खिलाड़ी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है। खेलो इंडिया में गोल्ड, स्टेट में तीन गोल्ड जीत चुकी चाहत
दसवीं कक्षा की स्टूडेंट चाहत नैन अब तक खेलो इंडिया में गोल्ड मेडल, स्टेट लेवल पर तीन बार गोल्ड मेडल, दो ब्राँज मेडल जीत चुकी है। चाहत ने अपने भाई को देखकर स्केटिंग की शुरुआत की थी। हरियाणा में केवल गुरुग्राम में ही इसका स्टेडियम है। माता-पिता ने लाखों रुपए खर्च कर के बेटी को कोचिंग दिलवाई थी।
नेशनल आइस-स्केटिंग में मेडल से चूकी जींद की बेटी:MP की खिलाड़ी ने मारा धक्का, एसोसिएशन पर ऑब्जेक्शन नहीं लगाने का आरोप, खाप समर्थन में
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