नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रनवे की सफाई में इस्तेमाल होगी क्लीनजेट मशीन, जानें क्या है खासियत

by Carbonmedia
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UP News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने हवाई पट्टी की सफाई और सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए बड़ी पहल की है. एयरपोर्ट ने देश की पहली स्वदेशी रनवे रबर रिमूवल मशीन (RRM) को तैनात करने के लिए भारतीय एमएसएमई कंपनी Anlon Technology Solutions Limited के साथ करार किया है. यह मशीन पूरी तरह से भारत में तैयार की गई है और इसके जरिए रनवे से रबर तेल और पेंट के निशान हटाए जाएंगे वो भी बिना किसी रसायन के.
इस हाई-टेक मशीन को Eicher Pro 6028 चेसिस पर बनाया गया है और इसमें Bharat Stage-VI मानकों वाला शक्तिशाली इंजन लगा है. साथ ही इसमें कैट C9.3B इंजन और एक शक्तिशाली Hammelmann हाई-प्रेशर पंप भी है जो अल्ट्रा हाई प्रेशर पानी की धार से रनवे की गहराई से सफाई करता है. 100% केमिकल-फ्री क्लीनिंग मशीन रबर के टुकड़े पेंट के निशान और तेल को केवल पानी के दबाव से हटाती है, जिससे रनवे साफ और स्किड-फ्री रहता है. यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है.
हाई क्षमता मशीन हर घंटे 800 से 1100 वर्ग मीटर की सफाई कर सकती है और एक बार में 4 घंटे तक लगातार काम करने की क्षमता रखती है. इसमें 8000 लीटर का साफ पानी और गंदगी का टैंक है. फुली इंटीग्रेटेड सिस्टम इसमें एक स्मार्ट सक्शन सिस्टम है जो पानी रबर और तेल को वहीं से खींच लेता है जहां सफाई हो रही है. इससे रनवे तुरंत इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाता है.
ऑपरेटर की सुविधा एसी केबिन मल्टी-कैमरा सिस्टम और 12 इंच की स्क्रीन से ऑपरेटर को पूरी प्रक्रिया पर नजर रखने में आसानी होती है. इसमें एक महीने तक की रिकॉर्डिंग सेव रहती है. तेज और आसान संचालन इमरजेंसी में मशीन को तुरंत हटाया जा सकता है और इसका मॉड्यूलर डिज़ाइन सफाई हेड को हटाने व ट्रांसपोर्ट में आसान बनाता है.
दिल्ली-एनसीआर को देश-दुनिया से जोड़ेगा यह एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इस फैसले से यह साफ हो गया है कि एयरपोर्ट आधुनिक तकनीक और पर्यावरण अनुकूल समाधानों को अपनाकर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा में कोई समझौता नहीं करना चाहता. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर को देश-दुनिया से जोड़ेगा.
PPP मॉडल पर बनाया जा रहा है एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट भारतीय मेहमाननवाज़ी और स्विस तकनीक का संगम होगा. इसका विकास Zurich Airport International AG की 100% स्वामित्व वाली कंपनी Yamuna International Airport Pvt. Ltd. के जरिए किया जा रहा है. एयरपोर्ट अक्टूबर 2021 से 40 वर्षों के लिए सरकार के साथ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बनाया जा रहा है. पहले चरण में इसकी क्षमता 1 रनवे और 1 टर्मिनल के साथ 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता होगी.

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