UP News: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक और बड़ा कदम उठाया है. अब नोएडा मेट्रो की सभी टिकट वेंडिंग मशीनों (TVMs) और काउंटरों पर स्मार्ट कार्ड को UPI पेमेंट के ज़रिए रिचार्ज किया जा सकेगा. इससे अब यात्रियों को लंबी कतारों में खड़े रहने की जरूरत नहीं होगी और सफर पहले से ज्यादा आसान और स्मार्ट हो जाएगा.
NMRC ने नवंबर 2024 में अपने सभी 21 मेट्रो स्टेशनों पर QR कोड टिकट की सुविधा शुरू की थी, जो यात्रियों द्वारा खूब पसंद की गई. अब उसी दिशा में एक और डिजिटल पहल करते हुए NMRC ने यह नई सुविधा शुरू की है.
नई सुविधा की मुख्य बातें
यात्री अब अपने SBI को-ब्रांडेड नोएडा मेट्रो स्मार्ट कार्ड को UPI के ज़रिए TVMs और टिकट काउंटर पर आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं.
रिचार्ज की न्यूनतम राशि 100 रखी गई है और इसके बाद 100 के गुणांक में रिचार्ज किया जा सकता है.
प्रत्येक ट्रांजेक्शन में अधिकतम 2000 तक का रिचार्ज किया जा सकता है, जो कि RBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार है.
यात्री चाहें तो मेट्रो स्टेशन की वेंडिंग मशीनों से अपने कार्ड का बैलेंस भी चेक कर सकते हैं.
NMRC के प्रबंध निदेशक लोकेश एम. ने बताया कि यह सुविधा भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के अनुरूप है और इसका उद्देश्य मेट्रो यात्रियों को अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और सुविधाजनक सेवा देना है.
यात्रियों के लिए क्यों जरूरी है ये सुविधा?
नोएडा मेट्रो, जिसे एक्वा लाइन के नाम से भी जाना जाता है, ग्रेटर नोएडा से नोएडा को जोड़ती है और इसमें रोज़ाना हजारों लोग सफर करते हैं. टिकट काउंटरों पर भीड़ और समय की कमी को देखते हुए NMRC लगातार टेक्नोलॉजी की मदद से सुविधाएं बेहतर कर रही है. QR टिकट और अब UPI से स्मार्ट कार्ड रिचार्ज की सुविधा से डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को झंझटों से छुटकारा मिलेगा.
नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन का संचालन जनवरी 2019 में शुरू हुआ था और यह सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा के डिपो स्टेशन तक कुल 21 स्टेशनों पर फैली है. मेट्रो में यात्रा के लिए स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करने वाले यात्री अधिक होते हैं, और यह सुविधा उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी. साथ ही, डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए यह एक सराहनीय कदम है. NMRC का यह नया कदम ना सिर्फ टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग है, बल्कि यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस पहल भी है.