Rajasthan News: राजस्थान के जालौर जिले में इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है. नौतपा की शुरुआत के साथ ही तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है. जहां आमजन इस भीषण गर्मी में दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से भी परहेज कर रहे हैं, वहीं जालौर जिले के भीनमाल कस्बे में एक नागा साधु नवीन गिरी महाराज ने अग्नि के बीच बैठकर तपस्या शुरू की है. तपती धूप और चारों ओर जलती अग्नि की लपटों के बीच यह तपस्या आस्था और श्रद्धा के साथ-साथ जिज्ञासा का विषय भी बन गई है.
महाकालेश्वर धाम परिसर बना तपस्या का केंद्र
भीनमाल कस्बे के क्षेमकरी माताजी मंदिर की तलहटी में स्थित हनुमान भाखरी के पीछे महाकालेश्वर धाम परिसर इस तपस्या का केंद्र बना हुआ है. यहां पंच दशनाम जूना अखाड़ा से जुड़े नागा साधु नवीन गिरी महाराज हर दिन दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक अग्नि के बीच अग्नि स्नान कर रहे हैं. तपस्या के दौरान साधु के चारों तरफ लकड़ियों और उपलों से अग्नि प्रज्वलित की जाती है. इन अग्नि के गोल घेरे के मध्य साधु ध्यान की मुद्रा में तपस्या में लीन रहते हैं.
11 दिनों तक चलेगी तपस्या
नवीन गिरी महाराज की यह तपस्या 26 मई से शुरू हुई है और यह लगातार 11 दिनों तक चलेगी. 6 जून तक हर दिन दोपहर 12 से 3 बजे तक यह अग्नि तपस्या की जाएगी. साधु का कहना है कि यह साधना प्राकृतिक ऊर्जा और आत्मिक शुद्धि के लिए की जा रही है. उनके अनुसार, यह अग्नि तपस्या मानव शरीर की सहनशीलता की पराकाष्ठा है और प्रकृति की अग्नि को आत्म साक्षात्कार के माध्यम के रूप में स्वीकार करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार वर्षों से यहां पर हर गर्मी के मौसम में इस तपस्या को कर रहे हैं पिछले वर्ष भी उन्होंने यह तपस्या और अनुष्ठान किया गया था.
भीषण गर्मी में अग्नि तपस्या बनी चर्चा का विषय
गौरतलब है कि इन दिनों जालौर जिले में गर्मी की तीव्रता इतनी अधिक है कि सुबह 9 बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं. दोपहर 12 से 3 बजे तक तापमान 45 डिग्री तक के आसपास पहुंच जाता है. ऐसे में जब आमजन घरों से बाहर नहीं निकलते, तब भीनमाल में यह तपस्या लोगों में आस्था और आश्चर्य का विषय बनी हुई है.
दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं दर्शन के लिए
भीषण गर्मी में हो रही यह तपस्या सोशल मीडिया पर भी सुर्खियों में है. वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं. तपस्या स्थल पर दूरदराज से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. लोग इस अद्भुत साधना को नजदीक से देखने के लिए भीनमाल पहुंच रहे हैं. तपस्या स्थल पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आश्रम समिति द्वारा पेयजल और छाया की व्यवस्था भी की गई है.
कुदरत की गर्मी को चुनौती देने जैसा
नागा साधु की इस तपस्या को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. साधु की यह अग्नि तपस्या सोशल मीडिया पर भी सुर्खियां में है तो कुछ इसे भीषण गर्मी के बीच आत्मसंयम और आस्था की पराकाष्ठा कह रहे हैं. यहां तपस्या स्थल पर भीषण गर्मी में अग्नि के घेरे के बीच बैठकर ध्यान करना, निश्चित ही तपती कुदरत को चुनौती देने जैसा प्रतीत होता है.
नागा साधु नवीन गिरी महाराज की यह तपस्या ना सिर्फ धार्मिक दृष्टि से विशेष है, बल्कि यह मानसिक, आत्मिक और शारीरिक धैर्य की पराकाष्ठा भी है. नौतपा के दौरान हो रही यह अग्नि तपस्या श्रद्धालुओं और आमजन के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह तपस्या केवल एक साधु की साधना नहीं, बल्कि प्रकृति और आत्मबल के बीच एक अद्वितीय संवाद भी है, जो इस तपती दोपहर में भी लोगों को आध्यात्मिक ऊर्जा का एहसास करा रही है.
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