पंचकूला में नशे के खिलाफ पुलिस की मुहिम को सामाजिक संस्थाओं का साथ मिल रहा है। श्रीमती शकुंतला देवी मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ने ‘खेल खिलाओ-नशा भगाओ’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को खेलों से जोड़कर उन्हें नशे से दूर रखना है। अभियान की थीम ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ रखी गई है। खड़क मंगोली क्षेत्र से इस पहल की शुरुआत की गई है। पिछले साल पंचकूला पुलिस ने इस मैदान को नशा विरोधी गतिविधियों के लिए विकसित किया था। कुछ समय बाद यह स्थान पार्किंग में बदल गया था। अब इसी जगह को बच्चों के खेल मैदान में बदला गया है। ट्रस्ट ने 7 से 15 वर्ष के बच्चों को खेलों से जोड़ने का प्रयास किया है। बच्चों को बैट-बॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, रस्सी, नेट और अन्य खेल सामग्री दी गई। 28 बच्चों को जूते भी वितरित किए गए हैं। इससे वे आत्मविश्वास के साथ खेल सकेंगे और स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ेंगे। ये सभी रहे मौजूद कार्यक्रम के दौरान एसीपी सुरेन्द्र डूडी, थाना सेक्टर-7 प्रभारी सब-इंस्पेक्टर राहुल, चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर राम मेहर, ट्रस्ट संस्थापक मनोज, सदस्य लवलीन, इंदू, प्रवीन सहित कई वालंटियर्स और स्थानीय लोग मौजूद रहे। एसीपी सुरेन्द्र डूडी ने कहा कि जब पुलिस और समाज मिलकर सामाजिक बुराइयों के खिलाफ कदम बढ़ाते हैं, तो उसका असर कहीं अधिक प्रभावशाली होता है। इस तरह की पहल जमीनी स्तर पर नशे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की शुरुआत है। पंचकूला पुलिस इस नेक कार्य में हरसंभव सहयोग करती रहेगी। नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई पुलिस प्रशासन लगातार नशा तस्करी और इसके दुष्प्रभावों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। अब सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी से यह लड़ाई जनआंदोलन बनती दिख रही है-एक ऐसा आंदोलन जिसमें बच्चे ही नशे के खिलाफ सबसे मजबूत मोर्चा बनकर उभर रहे हैं। खेल के मैदान से जब बदलाव की शुरुआत होती है, तो उसका असर आने वाली पीढ़ियों तक जाता है। पंचकूला में यह शुरुआत हो चुकी है।
पंचकूला में पुलिस और एनजीओ ने बांटी खेल सामग्री:बोले-खेलों से जुड़कर नशे से दूर होंगे बच्चे, पार्किंग को स्पोर्टस ग्राउंड में बदला
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