पंचकूला पुलिस ने आज यानी बुधवार को साइबर ठगी के एक बड़े मामले में सफलता हासिल की है। हैदराबाद पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 83 वर्षीय बुजुर्ग से 57.90 लाख रुपए ठगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी क्राइम एंड ट्रैफिक मनप्रीत सिंह सूदन के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। डीसीपी क्राइम मनप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि 21 जुलाई को सेक्टर-16 निवासी सेवानिवृत्त बुजुर्ग राजेन्द्र ने साइबर क्राइम थाना पंचकूला में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि 16 जनवरी को उन्हें वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को हैदराबाद स्थित पुलिस मुख्यालय का अधिकारी बताया और उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया। वीडियो कॉल के जरिए “डिजिटल अरेस्ट” दिखाकर उन्हें कैमरे के सामने रहने का दबाव बनाया गया। किसी से बात करने पर धमकी भी दी गई। हिसार से आरोपी गिरफ्तार
ठगों ने पीड़ित को डर और भ्रम में रखकर लगातार तीन दिन तक कई बैंक खातों के जरिए कुल 57 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने साइबर थाना पंचकूला में शिकायत दी। पुलिस ने IPC की धाराओं 316(2), 318(4), और 319 के तहत मामला दर्ज किया। सब-इंस्पेक्टर सौरभ सिंह और साइबर एसएचओ युद्धवीर की अगुआई में पुलिस टीम ने 29 जुलाई को हिसार जिले के दडौली गांव से दो आरोपियों मनीष और अमित को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। डीसीपी क्राइम के अनुसार रिमांड के दौरान आरोपियों से उनके मोबाइल फोन, बैंक डिटेल्स, डिजिटल ट्रांजैक्शन, अन्य सह-आरोपियों की पहचान और ठगी की रकम की बरामदगी के लिए पूछताछ की जाएगी।
पंचकूला में बुजुर्ग से 57.90 लाख ठगने वाले 2 गिरफ्तार:हैदराबाद पुलिस अधिकारी बनकर की वॉट्सऐप कॉल, मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया
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