हरियाणा का एक समय का सबसे स्वच्छ और सुंदर शहर पंचकूला अब अव्यवस्था का शिकार हो गया है। नगर निगम के पास पहले की तुलना में अधिक कर्मचारी, मशीनें और संसाधन हैं। सफाई पर खर्च भी बढ़ा है। इसके बावजूद शहर की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कांग्रेसी घास और जंगली पौधों ने पहुंचाया नुकसान शहर के हर सेक्टर में गंदगी के ढेर दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेसी घास, भांग और जंगली पौधों ने शहर की खूबसूरती को नुकसान पहुंचाया है। नगर निगम सफाई को लेकर बड़े दावे करता है, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों से बिल्कुल अलग है। नागरिकों में इस स्थिति को लेकर नाराजगी है। मेयर का कार्यकाल समाप्ति की ओर लोगों का कहना है कि जब साधन और बजट दोनों उपलब्ध हैं, तो शहर की सफाई में लापरवाही क्यों बरती जा रही है। महापौर का कार्यकाल अब समाप्ति की ओर है। नागरिकों की मांग है कि वे अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में कुछ ठोस कदम उठाएं। इससे पंचकूला को फिर से वही गरिमा और सुंदरता मिल सके। जिसके लिए यह शहर पहले जाना जाता था।
पंचकूला में सफाई व्यवस्था बेपटरी:बजट और संसाधन बढ़े, शहर में फिर भी जगह-जगह गंदगी के ढेर, जनता परेशान
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