जालंधर| पंजाबी लिखारी सभा की ओर से मासिक कवि दरबार सिख मिशनरी कॉलेज के साहित्यिक हॉल में करवाया गया। कार्यक्रम में शिक्षाविद और लेखिका बीबी अमर कौर बेदी विशेष मेहमान और मुख्य मेहमान इंदर सिंह मिश्री थे। कवि दरबार की अध्यक्षता सभा के प्रधान हरभजन सिंह नाहल ने की। संचालन मंडल में पंजाबी लिखारी सभा के संचालक और संरक्षक बेअंत सिंह सरहदी, महिंदर सिंह अनेजा, बीबी गुरबचन कौर दुआ और जर्मनी से आए अजीत सिंह पुष्प शामिल रहे। इन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को अपनी भाषा से जोड़ना जरूरी है। उनके दिलों में पंजाबी के प्रति प्रेम पैदा करना समय की मांग है। सरहदी ने कहा कि हमारे बच्चे विदेश जाने की चाह में विदेशी भाषा को तरजीह दे रहे हैं। अपनी मातृभाषा से दूर होते जा रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत महिंदर सिंह अनेजा और आशी ईसपुरी ने अपनी रचनाएं सुनाकर की। हरजिंदर सिंह जिंदी, उर्मिलजीत सिंह वालिया, सुरिंदर मोहन (स्टेट अवार्डी), जरनैल सिंह साथी, हरबंस सिंह कलसी, गुरबचन कौर दुआ, अवतार सिंह बैस, पवी टिवाना, अमृतपाल सिंह हामी, कुलविंदर सिंह गाखल, राजेश कुमार भगत, अवतार सिंह खालसा, तरसेम जालंधरी, निर्मल सिंह धालीवाल सहित कई साहित्य प्रेमियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। सभा की ओर से आए हुए मेहमानों को सिरोपा और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन मास्टर महिंदर सिंह नूरमहलिए ने किया।
पंजाबी लिखारी सभा ने करवाया कवि दरबार
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