पंजाब के सरकारी स्कूलों के 40 बच्चों ने जेईई (एडवांस्ड) में किया कमाल

by Carbonmedia
()

बीते 3 वर्ष में पंजाब की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आया है. पढ़ाई-लिखाई में सुधार हुआ है. अब पंजाब के सरकारी स्कूलों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को टक्कर दे रहे हैं. यह संभव हुआ मान सरकार के विजनरी प्रयासों से. पंजाब में अमीर गरीब के बीच शिक्षा गुणवत्ता की खाई पाटने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के प्रयासों से पंजाब में स्कूलों और उनमें पढ़ाई-लिखाई की स्थिति सुधरी है.
सरकारी स्कूलों के बच्चों ने रचा इतिहासपंजाब के हर स्कूल में बेहतरीन शिक्षक मौजूद हैं. मान सरकार लगातार शिक्षकों की ट्रेनिंग करवा रही है. सरकारी स्कूलों को स्कूल ऑफ एमीनेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है.
मान सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में सुधार के लिए उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप 40 बच्चों ने इतिहास रच दिया है. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले इन बच्चों ने कड़े मुकाबले वाली जॉइंट एंट्रेंस परीक्षा (जेईई) एडवांस्ड पास करके मील का पत्थर स्थापित किया है.
आईआईटी में मिलेगा दाखिलापंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले इन बच्चों का देश के प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में दाखिला लेने का रास्ता साफ हो गया है. इन बच्चों की सफलता बता रही है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के प्रति पंजाब सरकार की दृढ़ प्रतिबद्ध है.
बेहद कठिन परिस्थितियों में बच्चों ने किया कमालइन 40 बच्चों में कई ऐसे हैं, जिन्होंने बेहद विकट परिस्थितियों का सामना किया है. लेकिन पंजाब सरकार द्वारा दी गई फ्री कोचिंग की सुविधा और बच्चों की मेहनत ने इतिहास रच दिया है. बेहद निचले स्तर से उठकर बड़े मुकाम हासिल करते हुए इन बच्चों यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत से जीवन में कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
मान सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि पंजाब के हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सफल होने के बराबर अवसर मिलें.
डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment